NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 21 सोने का का हिरण Question And Answers

NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 21 सोने का का हिरण Question And Answers

NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 21 सोने का का हिरण पाठ का सार

मायावी हिरण को पकड़ने का प्रयास

राम के कुटी से निकलते ही मायावी हिरण बहुत तेज दौड़ने लगा। राम उस हिरण का पीछा करते हुए कुटिया से बहुत दूर निकल गए। जैसे ही राम उसे पकड़ने का प्रयास करते, वह और दूर भाग जाता। राम किसी भी प्रकार से उस हिरण को नहीं पकड़ पा रहे थे। उनके सभी प्रयास विफल हो रहे थे। राम ने हिरण को जीवित पकड़ने का विचार छोड़ दिया।

उन्होंने अपना धनुष उठाया और उस हिरण पर निशाना साधा। बाण लगते ही हिरण गिर पड़ा और अपने असली रूप में आ गया। उसने अपना रूप ही नहीं, बल्कि अपनी आवाज़ भी राम जैसी बना ली थी। धरती पर गिरते ही वह राम की आवाज में चिल्लाया— हे सीते! हे लक्ष्मण ! वह इस प्रकार चिल्लाया, जैसे राम सहायता के लिए पुकार रहे हों और वह थोड़ी देर में मर गया। रावण एक पेड़ के पीछे सारी घटना देख रहा था। वह बहुत प्रसन्न था, क्योंकि उसकी चाल सफल हो गई थी।

सीता का राम की सहायता करने के लिए लक्ष्मण से अनुरोध

मारीच की आवाज सीता और लक्ष्मण दोनों ने सुनी। लक्ष्मण समझ गए कि यह कोई चाल है, परंतु सीता घबरा गई और उन्होंने लक्ष्मण को भाई की सहायता के लिए जाने को कहा। लक्ष्मण ने सीता को समझाया कि यह सब मायावी राक्षसों की चाल है, आप चिंता न करें, भईया राम को कुछ नहीं होगा। सीता के बार-बार अनुरोध करने पर भी जब वे नहीं गए तब अंत में वे लक्ष्मण पर क्रोधित हो गई और लक्ष्मण का राम की सहायता के लिए न जाना षड्यंत्र कहा ।

सीता की बातों से लक्ष्मण को आघात पहुँचा, फिर भी लक्ष्मण ने संयम बनाए रखा और सीता को समझाया कि खर-दूषण के मारे जाने के कारण राक्षस बौखला गए हैं। वे हमसे बदला लेना चाहते हैं, आप उनकी चाल में न आएँ। सीता को लक्ष्मण की बातें सही नहीं लगीं।

अंत में सीता ने कहा कि मैं राम से बिछुड़कर नहीं रह सकती। मैं उनसे बिछुड़ने पर जान दे दूंगी। हे लक्ष्मण! तुम जाओ और उन्हें ले आओ । लक्ष्मण सीता को प्रणाम कर राम की खोज में चल पड़े।

सीता हरण 

लक्ष्मण के जाते ही रावण ने साधु का रूप धारण किया। उसने तपस्वियों की तरह के वस्त्र पहने, जटाजूट धारण किया और सीता की कुटिया के बाहर आ पहुँचा। सीता ने साधु समझकर उसका स्वागत किया। रावण ने सीता के रूप, संस्कार और साहस की प्रशंसा करते हुए अपना परिचय दिया। मैं राक्षसों का राजा लंकापति रावण हूँ। तुम मेरी रानी बनकर लंका चलो। रावण की यह बात सुनकर सीता क्रोधित हो गईं और कहा, मैं राम की पत्नी हूँ। वे महाबलशाली हैं, तुम चले जाओ, नहीं तो तुम्हारा सर्वनाश हो जाएगा। सीता के अनसुनी करने पर उसने छल-कपट से सीता का हरण कर लिया। सीता स्वयं को असहाय पाकर विलाप करने लगीं।

मार्ग में जटायु का रावण पर आक्रमण करना

रावण का रथ जब लंका की ओर जा रहा था, तो मार्ग में सीता पेड़-पौधों, पशु-पक्षियों, पर्वतों नदियों से कहती जा रही थीं कि कोई राम को रावण द्वारा उनके हरण किए जाने की बात बता दे । गिद्धराज जटायु ने सीता का विलाप सुना, तो उसने रावण के रथ पर हमला कर दिया।
बूढ़े गिद्धराज जटायु ने रावण के रथ को क्षत-विक्षत कर रावण को भी घायल कर दिया। क्रोध में आकर रावण ने जटायु के पंख काट दिए और पंखहीन जटायु धरती पर आ गिरा।

रावण का रथ टूट चुका था। अतः उसने सीता को अपनी बाँहों में दबाया और दक्षिण दिशा की ओर लेकर उड़ गया। सीता किसी भी प्रकार राम तक अपना समाचार पहुँचाना चाहती थीं। सीता ने अपने आभूषण उतारकर फेंकना प्रारंभ कर दिए, ताकि उनके मार्ग का पता राम को चल सके। वानरों ने आभूषण उठा लिए।

रावण द्वारा सीता को प्रभावित करने का प्रयास

रावण लंका पहुँचकर अपने धन-वैभव से सीता को प्रभावित करना चाहता था। उसने सीता को राक्षसियों की निगरानी में अंतःपुर में रखा और कहा कि मैं तुम्हें एक वर्ष का समय देता हूँ। निर्णय कर लो कि मेरी रानी बनोगी या सारा जीवन रोती रहोगी। सीता बार- बार रावण को धिक्कारती रहीं तथा राम का गुणगान करती रहीं। राम की प्रशंसा सुनकर तथा खर-दूषण की मृत्यु को याद कर रावण को लगा कि राम

अवश्य शक्तिशाली होगा। उसने तत्काल अपने सबसे बलिष्ठ आठ राक्षसों को बुलाकर पंचवटी जाने के लिए कहा और अवसर पाते ही राम-लक्ष्मण को मारने का आदेश भी दे दिया।

रावण ने अपनी योजना में परिवर्तन किया तथा सीता को अंतःपुर से निकालकर अशोक वाटिका में बंदी बनाया। उसने राक्षस राक्षसियों से सीता को शारीरिक कष्ट न पहुँचाकर केवल मानसिक कष्ट पहुँचाने के लिए कहा।

शब्दार्थ

NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग' पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 7 सोने का का हिरण Question And Answers

NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 21 सोने का का हिरण बहुविकल्पीय प्रश्न

अभ्यास प्रश्न (बहुविकल्पीय व वर्णनात्मक प्रश्नों सहित)

1. रावण कहाँ का राजा था?

(क) अयोध्या का
(ख) किष्किंधा का
(ग) दक्षिण भारत का
(घ) लंका का

उत्तर (घ) लंका का

2. रावण किसके पीछे छिपकर खड़ा था?

(क) वृक्ष के पीछे
(ख) कुटिया के पीछे
(ग) रथ के पीछे
(घ) पहाड़ के पीछे

उत्तर (क) वृक्ष के पीछे

3. लक्ष्मण को किसकी बातों से गहरा आघात पहुँचा था ?

(क) शत्रुघ्न की बातों से
(ख) राम की बातों से
(ग) भरत की बातों से
(घ) सीता की बातों से

उत्तर (घ) सीता की बातों से

4. राक्षसों की अगली चाल का सामना करने के लिए कौन तैयार था ?

(क) लक्ष्मण
(ख) जटायु
(ग) राम
(घ) रावण

उत्तर (क) लक्ष्मण

5. रावण की चाल सफल बनाने में किसने अच्छी भूमिका निभाई थी?

(क) मारीच ने
(ख) शूर्पणखा ने
(ग) विभीषण ने
(घ) अकंपन ने

उत्तर (क) मारीच ने

6. रावण के रथ पर किसने हमला किया था?

(क) मारीच ने
(ख) लक्ष्मण ने
(ग) गिद्धराज जटायु ने
(घ) राम ने

उत्तर (ग) गिद्धराज जटायु ने

7. रावण ने सीता को अपनी रानी बनाने का कितना समय दिया था?

(क) 4 माह
(ख) 6 माह
(ग) 1 वर्ष
(घ) 2 वर्ष

उत्तर (ग) 1 वर्ष

8. अशोक वाटिका में सीता बार-बार किसका नाम लेती थी?

(क) राम का
(ख) रावण का
(ग) हनुमान का
(घ) लक्ष्मण का

उत्तर (क) राम का

9. मायावी हिरण के वेश में कौन था?

(क) रावण
(ख) मारीच
(ग) जामवंत
(घ) अकंपन

उत्तर (ख) मारीच

10. किसे कुटी से बाहर निकलते देखकर मायावी हिरण कुलांचे भरने लगा ?

(क) सीता को देखकर
(ख) लक्ष्मण को देखकर
(ग) राम को देखकर
(घ) रावण को देखकर

उत्तर (ग) राम को देखकर

NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 21 सोने का का हिरण रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए

1. राम को कुटी से निकलते देखकर ______ कुलाचें भरने लगा।

उत्तर राम को कुटी से निकलते देखकर मायावी हिरण कुलाचें भरने लगा।

2. मारीच राम की आवाज में चिल्लाया _________

उत्तर मारीच राम की आवाज में चिल्लाया— हे सीते! हे लक्ष्मण !

3. सीता के बार-बार अनुरोध करने पर _______ राम की खोज में निकल पड़े।

उत्तर सीता के बार-बार अनुरोध करने पर लक्ष्मण राम की खोज में निकल पड़े।

4. सीता के मुख से राम की प्रशंसा सुनकर रावण ने अपने ______________ बलिष्ठ __________ को पंचवटी भेजा।

उत्तर सीता के मुख से राम की प्रशंसा सुनकर रावण ने अपने आठ बलिष्ठ राक्षसों को पंचवटी भेजा।

5. रावण ने अपनी योजना बदलकर सीता को _____________ में बंदी बनाकर रखा।

उत्तर रावण ने अपनी योजना बदलकर सीता को अशोक वाटिका में बंदी बनाकर रखा।

NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 21 सोने का का हिरण अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

1. राम ने लक्ष्मण को क्या आदेश दिया था ?

उत्तर राम ने लक्ष्मण को उनके लौटने तक सीता की रक्षा करने का आदेश दिया था।

2. सोने का हिरण राम को कुटिया से दूर कैसे ले गया?

उत्तर सोने का हिरण राम के सामने से कुलाचें भरते हुए दूर निकल गया, जिसका पीछा करते हुए राम अपनी कुटिया से दूर चले गए।

3. राम ने हिरण को जीवित पकड़ने का विचार क्यों त्याग दिया ?

उत्तर राम ने हिरण को जीवित पकड़ने का विचार इसलिए त्याग दिया, क्योंकि वह हिरण को पकड़ने का जब भी प्रयास करते, वह और दूर भागकर चला जाता।

4. मारीच ने रूप के साथ और क्या बदला?

उत्तर मारीच ने रूप के साथ अपनी आवाज़ भी बदल ली थी। मारीच ने अपनी आवाज़ राम जैसी बना ली थी।

5. सीता के कटु शब्दों का लक्ष्मण पर क्या असर हुआ ?

उत्तर सीता की कटु बातों से लक्ष्मण को गहरा आघात पहुँचा। उनका हृदय छलनी हो गया, पर उन्होंने पलटकर उत्तर नहीं दिया और संयम बनाए रखा।

6. रावण को अकंपन की कौन-सी बात याद आई ?

उत्तर रावण को अकंपन की सीता का हरण करने की बात याद आई, जिससे राम के प्राण निकल जाएँगे।

7. सीता किस-किस से अपनी सूचना राम तक पहुँचाने को कह रही थीं?

उत्तर सीता पशुओं, पक्षियों, पर्वतों एवं नदियों से अपनी सूचना राम तक पहुँचाने को कह रही थीं।

8. सीता के विलाप की आवाज़ किसने सुनी?

उत्तर सीता के विलाप की आवाज़ गिद्धराज जटायु ने सुनी थी।

NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 21 सोने का का हिरण लघु उत्तरीय प्रश्न

1. राम को कुटी से निकलते देखकर मायावी हिरण ने क्या किया?

उत्तर राम को कुटी से निकलते देखकर मायावी हिरण कुलाचें भरने लगा। वह झाड़ियों में छिपता – छिपाता राम को कुटी से बहुत दूर ले गया। जैसे ही राम उस हिरण को पकड़ने का प्रयास करते, वह भागकर दूर चला जाता था।

2. जीवित हिरण को न पकड़ पाने पर राम ने क्या किया?

उत्तर जब मायावी हिरण को राम जीवित न पकड़ सके, तो उन्होंने उस हिरण को जीवित पकड़ने का विचार त्याग दिया। उन्होंने अपना धनुष उठाया और निशाना साधकर बाण हिरण पर छोड़ दिया।

3. मारीच की आवाज़ सुनते ही राम ने क्या किया?

उत्तर मारीच की बदली हुई आवाज़ सुनकर राम समझ गए कि यह उसकी कोई चाल है। वह समझ गए कि हिरण जान-बूझकर उन्हें कुटिया से दूर ले जाने के लिए भागता रहा। राम उसका षड्यंत्र विफल करने के लिए जल्दी से कुटिया की ओर चल दिए। वे शीघ्रतापूर्वक कुटिया में पहुँचना चाहते थे।

4. जटायु कौन था? उसने रावण पर आक्रमण क्यों किया?

उत्तर जटायु वृद्ध गिद्धराज था। वह राम के पिता दशरथ का मित्र भी था । जब जटायु ने सीता का विलाप सुना तो उसने सीता की सहायता तथा उन्हें रावण के चंगुल से छुड़ाने के लिए ऊँची उड़ान भरी एवं रावण के रथ पर हमला कर दिया। उसने रावण के रथ को क्षत-विक्षत कर रावण को भी घायल कर दिया।

5. रावण द्वारा हरण कर लंका ले जाते समय सीता ने अपने आभूषण क्यों फेंके ?

उत्तर रावण द्वारा हरण कर लंका ले जाते समय सीता ने रास्ते में एक-एक कर अपने आभूषण फेंकने इसलिए शुरू कर दिए, जिससे राम को उनके हरण की सूचना मिल जाए और यह पता चल जाए कि सीता किस दिशा में गई है। राम उनकी रक्षा करने तथा रावण के चंगुल से बचाने आ जाएँ।

6. सीता हरण का मुख्य कारण क्या था?

उत्तर सीता हरण का मुख्य कारण उनका सोने के हिरण के प्रति आकर्षण था। सोने का हिरण देखते ही सीता ने सोचा कि कितना सुंदर हिरण है। इससे मैं अपनी कुटिया की शोभा बढ़ाऊँगी।

अतः उन्होंने राम से उसे पकड़कर लाने का आग्रह किया। राम के उस हिरण के पीछे जाते ही छल से लक्ष्मण को भी उस हिरण द्वारा बुला लिए जाने पर रावण ने तुरंत सीता का हरण कर लिया।

NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 21 सोने का का हिरण दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

1. राम को कुटिया से दूर ले जाने के लिए मायावी हिरण ने क्या-क्या किया? उसका क्या परिणाम हुआ?

उत्तर मारीच एक मायावी राक्षस था। उसने रावण की आज्ञानुसार सोने के हिरण का रूप धारण किया। राम को कुटी से निकलते देखकर मायावी हिरण कुलाचें भरने लगा।

वह झाड़ियों में लुकता – छिपता भागता रहा। राम जैसे ही उसे पकड़ने का प्रयास करते, वह भागकर दूर चला जाता। इस प्रकार हिरण राम को कुटी से बहुत दूर ले गया। राम जब हिरण को पकड़ने में असफल रहे, तो उन्होंने उसे जीवित पकड़ने का विचार त्याग दिया। राम ने धनुष उठाकर एक बाण उस पर छोड़ दिया। कुछ ही देर में हिरण गिर पड़ा।

धरती पर गिरते ही मारीच अपने असली रूप में आ गया। मारीच ने रूप के साथ अपनी आवाज़ भी बदल ली थी। वह राम की आवाज़ में हे सीते! हे लक्ष्मण! जोर से चिल्लाया जैसे राम सहायता के लिए पुकार रहे हों। राम के बाण के प्रहार से वह छटपटाने लगा और उसकी मृत्यु हो गई।

2. क्रोधित सीता ने लक्ष्मण पर क्या आरोप लगाए?

उत्तर जब राम की आवाज़ सुनकर भी लक्ष्मण उनकी सहायता के लिए नहीं गए, तो सीता को लगा कि लक्ष्मण उनके हितैषी नहीं हैं तथा वह राम का भला नहीं चाहते।

क्रोधित होकर सीता ने कहा- “तुम्हारा मन पवित्र नहीं है, कलुषित है। मैं समझ सकती हूँ कि तुम अपने भाई की सहायता के लिए क्यों नहीं जा रहे हो। तुम चाहते हो कि राम मारे जाएँ, ताकि सारा राजपाट तुम्हारा हो जाए। क्रोधित सीता ने तो यहाँ तक कह दिया कि कहीं तुम भरत के गुप्तचर तो नहीं।

3. सीता को लंका ले जाकर रावण ने क्या किया?

उत्तर रावण सीता को लंका में अपने अंतःपुर में ले गया और वह उन्हें अपने धन ऐश्वर्य से प्रभावित करने लगा। सीता को राक्षसियों की निगरानी में रखा गया। सीता द्वारा उसकी बात स्वीकार न किए जाने पर रावण ने सीता को धमकाया कि मैं तुम्हें एक वर्ष का समय देता हूँ। निर्णय कर लो तुम मेरी रानी बनकर लंका में राज करोगी या विलाप करते हुए जीवन बिताओगी। तुम्हें कोई नहीं बचा सकता । केवल मैं तुम्हारी रक्षा कर सकता हूँ।

मुझे स्वीकार करो और लंका में रहो। बाद में सीता को अंतःपुर से निकालकर अशोक वाटिका में बंदी बना दिया गया। उसने राक्षसों – राक्षसियों को निर्देश दिए थे कि सीता को किसी प्रकार का शारीरिक व मानसिक कष्ट न हो। इस प्रकार, सीता रो-रोकर अपना जीवन बिताती रहीं।

4. लंका के राजा रावण ने सीता के साथ बलपूर्वक विवाह न करके एक वर्ष का समय क्यों दिया? इससे रावण की किस भावना का पता चलता है?

उत्तर लंका का राजा रावण जब सीता को हरण करके ले गया, तो रावण बलपूर्वक सीता से विवाह कर सकता था, परंतु रावण ने ऐसा नहीं किया। सबसे पहले वह सीता को अपने अंतःपुर ले गया। उसने अपने धन ऐश्वर्य से सीता को प्रभावित करना चाहा। एक वर्ष का समय देकर वह सीता को स्वयं उससे विवाह करने के लिए तैयार करना चाह रहा था।

अशोक वाटिका में भी सीता की सुरक्षा का ध्यान रखा गया। इससे रावण की इस भावना का पता चलता है कि वह सीता की सहमति के बिना बलपूर्वक उससे विवाह नहीं करना चाहता था।

5. सीता ने रावण को चेतावनी देते हुए क्या कहा ?

उत्तर रावण ने सीता से कहा, “तुम्हारा राम यहाँ तक कभी नहीं पहुँच सकता।” इस बात पर सीता ने रावण को चेतावनी देते हुए कहा- “पापी रावण! राम की शक्ति तो देवता भी स्वीकार करते हैं। तुम्हें तो वह अपनी दृष्टि से ही जलाकर राख कर सकते हैं। मैं उस राम की पत्नी हूँ, जिनके तेज और पराक्रम के आगे कोई नहीं ठहर सकता। तेरा सारा वैभव मेरे लिए अर्थहीन है। तूने पाप किया है, तेरा अंत मेरे राम के हाथों निश्चित है।”

6. राम की प्रशंसा सुनकर रावण ने अपनी सेना के सबसे बलवान आठ राक्षसों को क्या आदेश दिया?

उत्तर जब आक्रोश में आकर सीता ने राम की विशेषताएँ बताईं, तो रावण उनकी इतनी प्रशंसा सुनकर चिंतित हो गए। उन्होंने सोचा कि खर-दूषण को मारने वाला कितना शक्तिशाली होगा? उसने तत्काल ही अपनी सेना में से आठ सबसे बलवान राक्षसों को बुलाया और तुरंत उन्हें पंचवटी जाने का आदेश दिया। उन राक्षसों को राम-लक्ष्मण की निगरानी करनी थी और उनका एक-एक समाचार रावण को देना था। रावण ने उन्हें आज्ञा दी कि अवसर पाते ही वे राम और लक्ष्मण को मार दें।

 

 

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