NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 15 अवधपुरी में राम Question And Answers

NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 15 अवधपुरी में राम Question And Answers

NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 15 अवधपुरी में राम पाठ का सार

अयोध्या नगरी का सौंदर्य वर्णन

प्राचीनकाल में अयोध्या सरयू नदी के किनारे बसा हुआ एक सुंदर नगर था। वहाँ भव्य राजमहल, आलीशान इमारतें, चौड़ी सड़कें, सुंदर बाग-बगीचे, सरोवर सब कुछ था। यहाँ पर सामान्य लोगों के घर भी भव्य थे।

अयोध्या नगरी हर दृष्टि से संपन्न थी। सभी लोग सुखी और प्रसन्न थे। अयोध्या कौसल राज्य की राजधानी थी तथा राजा दशरथ वहाँ के राजा थे। वे एक कुशल योद्धा और न्यायप्रिय शासक थे।

राजा दशरथ द्वारा पुत्रेष्टि यज्ञ

राजा दशरथ के राज्य में सभी खुश थे, किंतु राजा के मन में एक दुःख था कि उनकी तीन-तीन रानियों (कौशल्या, सुमित्रा, कैकेयी) के होते हुए भी उनके यहाँ कोई संतान न थी। राजा दशरथ की चिंता के निवारण हेतु मुनि वशिष्ठ ने राजा को पुत्रेष्टि यज्ञ करने की सलाह दी।

यह यज्ञ ऋष्यश्रृंग की देख-रेख में सरयू नदी के किनारे संपन्न किया गया। यज्ञ की पूर्णाहुति पर अग्नि देवता ने प्रकट होकर राजा दशरथ को पुत्र जन्म का आशीर्वाद दिया। कुछ समय बाद तीनों रानियाँ पुत्रवती हुई।

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चैत्र माह की नवमी के दिन रानी कौशल्या ने राम को जन्म दिया। रानी सुमित्रा ने लक्ष्मण और शत्रुघ्न को तथा रानी कैकेयी ने भरत को जन्म दिया। बड़े होने पर राजकुमारों को शिक्षा-दीक्षा के लिए गुरुकुल भेजा गया। चारों राजकुमारों ने शस्त्र विद्या तथा शास्त्रों का अध्ययन किया। सभी विद्याओं को अर्जित करने में राम सर्वोपरि थे। इसके अतिरिक्त वे विवेकी, शालीन और न्यायप्रिय भी थे। बड़े पुत्र होने के कारण राजा दशरथ को राम सबसे प्रिय थे।

विश्वामित्र का राजमहल में आगमन

एक दिन अयोध्या के राजमहल में महर्षि विश्वामित्र पधारे। राजा दशरथ ने महर्षि विश्वामित्र को ऊँचे आसन पर बैठाकर उनका उचित आदर-सत्कार किया। राजा दशरथ ने सत्कार के बाद महर्षि से पूछा – “महर्षि, आज्ञा दें, मैं आपकी क्या सेवा कर सकता हूँ?” महर्षि विश्वामित्र ने उत्तर दिया, “मैं सिद्धि के लिए एक यज्ञ कर रहा हूँ। अनुष्ठान पूरा होने को है, लेकिन दो राक्षस उसमें बाधा डाल रहे हैं। आपके बड़े पुत्र राम ही उन राक्षसों को मार सकते हैं। अतः आप अपने बड़े पुत्र को मुझे दे दें, जिससे मेरा यज्ञ पूरा हो ।

पुत्र वियोग का दुःख

महर्षि की बातें सुनकर राजा दशरथ चिंता में पड़ गए और पुत्र- -वियोग की आशंका से वे बेहोश होकर गिर पड़े। उनके लिए राम के बिना एक पल रहना कठिन था। मंत्रीगण और ऋषि-मुनि सभी चिंतित थे। महर्षि विश्वामित्र का क्रोध निरंतर बढ़ते हुए देखकर मुनि वशिष्ठ ने राजा दशरथ को समझाया कि आप राम को विश्वामित्र के साथ जाने दें। महर्षि विश्वामित्र सिद्ध पुरुष हैं। इसलिए राम उनसे अनेक नई विद्याएँ सीख सकेंगे।

राम व लक्ष्मण को महर्षि विश्वामित्र को सौंपना

मुनि वशिष्ठ की बातें सुनकर राजा दशरथ की चिंता कुछ कम हुई और उन्होंने मुनि वशिष्ठ की बात को दुःखी मन से स्वीकार कर लिया, लेकिन वह राम को अकेले नहीं भेजना चाहते थे। अतः उन्होंने महर्षि विश्वामित्र से लक्ष्मण को भी साथ ले जाने का आग्रह किया। विश्वामित्र ने सहज ही इसे स्वीकार कर लिया। राम और लक्ष्मण को दरबार में बुलाकर राजा दशरथ ने उन्हें विश्वामित्र के साथ जाने का निर्णय सुनाया। दोनों भाइयों ने खुशी-खुशी अपने पिता का निर्णय स्वीकार कर लिया। दोनों राजकुमार बिना विलंब किए विश्वामित्र के पीछे-पीछे चल पड़े।

शब्द

NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 1 अवधपुरी में राम Question And Answers शब्द

NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 15 अवधपुरी में राम बहुविकल्पीय प्रश्न

अभ्यास प्रश्न बहुविकल्पीय व वर्णनात्मक प्रश्नों सहित

1. कौसल राज्य की राजधानी थी

(क) अयोध्या
(ख) अगरतला
(ग) आगरा
(घ) अवध

उत्तर (क) अयोध्या

2. राजा दशरथ के पिता कौन थे?

(क) गज
(ख) वज
(ग) रज
(घ) अज

उत्तर (घ) अज

3. राजा दशरथ की कितनी रानियाँ थीं?

(क) चार
(ख) तीन
(ग) दो
(घ) एक

उत्तर (ख ) तीन

4. कौशल्या, सुमित्रा और कैकेयी किसकी पत्नियाँ थीं?

(क) राजा दशरथ
(ख) राजा विश्वामित्र
(ग) वशिष्ठ
(घ) जनक

उत्तर: (क) राजा दशरथ

5. राजा दशरथ ने पुत्र प्राप्ति के लिए कौन-सा यज्ञ करवाया ?

(क) पुत्राप्ति
(ख) पुत्रष्ठि
(ग) पुत्रेष्टि
(घ) पुत्रप्राप्ति

उत्तर (ग) पुत्रेष्टि

6. रानी कौशल्या ने किसे जन्म दिया?

(क) भरत
(ख) शत्रुघ्न
(ग) लक्ष्मण
(घ) राम

उत्तर (घ) राम

7. रानी कौशल्या ने राम को कब जन्म दिया था?

(क) शुक्ल पक्ष
(ख) भाद्र पक्ष
(ग) नवमी के दिन
(घ) चैत्र पक्ष

उत्तर (ग) नवमी के दिन

8. लक्ष्मण और शत्रुघ्न किसके पुत्र थे?

(क) सुमित्रा
(ख) कैकेयी
(घ) कौशल्या
(ग) जानकी

उत्तर (क) सुमित्रा

9. महर्षि वशिष्ठ के अनुसार महर्षि विश्वामित्र के साथ राम के जाने से उन्हें किसकी प्राप्ति होगी?

(क) धन की
(ख) जन की
(ग) विभिन्न विधाओं की
(घ) ऋषियों से मिलने के अवसर की

उत्तर (ग) विभिन्न विधाओं की

10. महर्षि विश्वामित्र ने अपने यज्ञ को पूरा करने के लिए राजा दशरथ से क्या माँगा ?

(क) बहुत सारा धन
(ख) ज्येष्ठ पुत्र राम
(ग) उनकी सेना
(घ) उनके चारों पुत्र

उत्तर (ख) ज्येष्ठ पुत्र राम

NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 15 अवधपुरी में राम रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए

1. अवध में __________ ‘नदी के किनारे अति सुंदर नगर था।

उत्तर अवध में सरयू नदी के किनारे अति सुंदर नगर था

2. कौसल के राजा ______ थे।

उत्तर कौसल के राजा दशरथ थे।

3. राजा दशरथ की तीन रानियाँ _________, _______ और _________ थीं।

उत्तर राजा दशरथ की तीन रानियाँ – कौशल्या, सुमित्रा और कैकेयी थीं।

4. राजा को कोई __________ न थी।

उत्तर राजा को कोई संतान न थी ।

5. पुत्रेष्टि यज्ञ _______ की देख-रेख में हुआ।

उत्तर पुत्रेष्टि यज्ञ ऋष्यश्रृंग की देख-रेख में हुआ।

NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 15 अवधपुरी में राम अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

1. अयोध्या नगर कहाँ स्थित है?

उत्तर अयोध्या नगर सरयू नदी के तट पर स्थित है।

2. अयोध्या के राजा कौन थे?

उत्तर अयोध्या के राजा दशरथ थे।

3. राजा दशरथ किस बात से दुःखी थे ?

उत्तर राजा दशरथ की कोई संतान न होने के लिए कारण वे दुःखी थे।

4. राजा दशरथ के सबसे छोटे पुत्र का क्या नाम था ?

उत्तर राजा दशरथ के सबसे छोटे पुत्र का नाम शत्रुघ्न था।

5. राजा दशरथ ने वशिष्ठ मुनि से किस बात पर चर्चा की?

उत्तर राजा दशरथ ने वशिष्ठ मुनि से रघुकुल के अगले उत्तराधिकारी के विषय में चर्चा की।

6. पुत्रेष्टि यज्ञ की तैयारी राजा दशरथ ने किस प्रकार की ?

उत्तर पुत्रेष्टि यज्ञ की तैयारी राजा दशरथ ने ऋष्यश्रृंग की देख-रेख में की। यज्ञशाला सरयू नदी के तट पर बनाई गई और राजा दशरथ ने अनेक राजाओं को उसमें बुलाया था।

7. राजकुमारों की शिक्षा-दीक्षा के विषय में बताइए ।

उत्तर राजकुमारों की शिक्षा-दीक्षा के लिए उन्हें गुरुकुल भेजा गया। वहाँ जाकर उन्होंने शास्त्रों व शस्त्र विद्या का अध्ययन किया।

8. विश्वामित्र कौन थे?

उत्तर विश्वामित्र एक राजा थे। उन्होंने अपना राजपाट त्यागकर संन्यास ले लिया और ऋषि बन गए। उन्होंने अपना एक आश्रम भी बनवाया, जिसका नाम सिद्धाश्रम रखा।

NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 15 अवधपुरी में राम लघु उत्तरीय प्रश्न

1. अयोध्या नगरी की सुंदरता का वर्णन कीजिए ।

उत्तर अयोध्या नगरी सरयू नदी के तट पर स्थित है। अयोध्या में केवल महल ही सुंदर नहीं है, अपितु उसकी पूरी नगरी बहुत सुंदर है। वहाँ की सड़कें बहुत चौड़ी एवं बाग-बगीचे अति सुंदर हैं। यदि सरल व स्पष्ट शब्दों में कहा जाए, तो अयोध्या नगरी देखने योग्य थी।

2. राजा दशरथ कहाँ के राजा थे? मुनि वशिष्ठ ने राजा दशरथ को संतान प्राप्त करने के लिए क्या सलाह दी ?

उत्तर राजा दशरथ कौसल के राजा थे। उनकी तीन रानियाँ थीं। जीवन में सब तरह से संपन्न होते हुए भी उन्हें एक दुःख था कि उनकी कोई संतान न थी। राजा दशरथ को संतान प्राप्ति के विषय में चिंतित देखकर मुनि वशिष्ठ ने उन्हें सलाह दी कि यदि वे पुत्रेष्टि यज्ञ करेंगे, तो संतान प्राप्त करने की उनकी इच्छा अवश्य पूरी होगी।

3. राजा दशरथ की तीन रानियों ने किन-किन पुत्रों को जन्म दिया? उन्हें राम सबसे अधिक प्रिय क्यों थे?

उत्तर राजा दशरथ की तीन रानियों ने चार पुत्रों को जन्म दिया। रानी कौशल्या ने राम को, रानी सुमित्रा ने लक्ष्मण और शत्रुघ्न को एवं रानी कैकेयी ने भरत को जन्म दिया। राम, राजा दशरथ के ज्येष्ठ पुत्र थे। वे विवेकी, शालीन और न्यायप्रिय एवं कुशाग्र बुद्धि के थे तथा सभी विद्याओं में अपने भाइयों से श्रेष्ठ थे। इन्हीं विशेषताओं के कारण राजा दशरथ को राम सबसे अधिक प्रिय थे।

4. अयोध्या नगरी की विशेषताएँ बताइए ।

उत्तर अयोध्या नगरी सरयू नदी के किनारे बसी दर्शनीय नगरी थी। वहाँ केवल राजमहल ही नहीं वरन् आम लोगों के घर भी भव्य थे। सुंदर बाग-बगीचे, पानी से भरा सरोवर था। खेतों में लहराती हरी-भरी फसलें थीं, सड़कें चौड़ी थीं। अयोध्यावासी सुखी और समृद्ध थे। पूरी नगरी अद्भुत, मनोरम और विलक्षण थी।

5. मुनि वशिष्ठ ने महाराज दशरथ को अपने पुत्रों- राम एवं लक्ष्मण को विश्वामित्र के साथ भेजने के लिए समझाया था। आप यदि दशरथ के स्थान पर होते, तो क्या करते और क्यों?

उत्तर मुनि वशिष्ठ ने महाराज दशरथ को समझाया था कि उन्हें अपने वचन का पालन करना चाहिए। यदि मैं राजा दशरथ के स्थान पर होता, तो मैं भी वही करता, जो राजा दशरथ ने किया था, क्योंकि महर्षि विश्वामित्र सिद्धपुरुष थे। उनके साथ रहकर पुत्र नवीन विद्याएँ सीखते।

NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 15 अवधपुरी में राम दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

1. चारों राजकुमारों की शिक्षा-दीक्षा कैसे हुई ?

उत्तर चारों राजकुमारों -राम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुघ्न के बड़े होने पर उन्हें शिक्षा प्राप्त करने हेतु गुरुकुल भेजा गया। वहाँ उन्होंने दक्ष गुरुजनों के सान्निध्य में विद्याध्ययन किया। उन्होंने शास्त्रों का अध्ययन किया तथा शास्त्र विद्याएँ भी सीखीं। चारों राजकुमार कुशाग्र बुद्धि के थे। जल्दी ही उन्होंने सभी विद्याओं में निपुणता प्राप्त कर ली। इन चारों में से राम अत्यंत कुशाग्र बुद्धि वाले थे। वे न्यायप्रिय, विवेकशील तथा शालीन एवं अपने पिता तथा सभी लोगों के प्रिय थे।

2. इस पाठ में राजा दशरथ की मनोदशा का वर्णन करें।

उत्तर इस पाठ में राजा दशरथ की मनोदशा दयनीय और करुणामयी है। वह संतान न होने के कारण दुःखी थे। संतान प्राप्ति के बाद उनके जीवन में खुशियाँ आईं। जब राजकुमार दीक्षा प्राप्ति के लिए गुरुकुल गए, तो वह फिर से दुःखी हो गए। राजकुमार बड़े होकर वापस अयोध्या आए तो महर्षि विश्वामित्र ने राम को अपने साथ ले जाने का वचन माँगा । राजा दशरथ ने अपना यह वचन भी कुल की नीति के अनुसार पूर्ण किया। उन्होंने दुःखी मन से राम और लक्ष्मण को महर्षि विश्वामित्र के साथ भेज दिया।

3. महर्षि विश्वामित्र के आने का प्रयोजन सुनकर राजा दशरथ की क्या दशा हुई?

उत्तर महर्षि विश्वामित्र के आने का प्रयोजन सुनते ही राजा दशरथ पर जैसे बिजली गिर पड़ी, क्योंकि उन्होंने अपने यज्ञ की रक्षा करने के लिए राजा दशरथ से राम को माँगा था। वे राम को अपने साथ अपने आश्रम में ले जाना चाहते थे। राजा दशरथ को यह आशा न थी कि महर्षि उनके ज्येष्ठ पुत्र तथा सर्वप्रिय राम को माँग लेंगे। विश्वामित्र की बात सुनकर वे घोर चिंता में पड़ गए। पुत्र वियोग की आशंका से वे काँप उठे एवं मूच्छित हो गए। एक बार होश आने पर पुनः भय के कारण मूच्छित हो गए और संज्ञा – शून्य पड़े रहे।

4. महर्षि विश्वामित्र के बढ़ते क्रोध को देखकर मुनि वशिष्ठ ने राजा दशरथ को क्या समझाया ?

उत्तर महर्षि विश्वामित्र ने राजा दशरथ से अपने यज्ञ की रक्षा करने के लिए अपने साथ राम को ले जाने के लिए कहा। राजा दशरथ के द्वारा स्वीकृति देने में विलंब करने पर विश्वामित्र का क्रोध बढ़ने लगा। तब मुनि वशिष्ठ ने राजा दशरथ को समझाया कि वे राम की चिंता न करें। महर्षि के होते हुए उनको कोई हानि नहीं पहुँचा सकता । अतः उन्हें रघुकुल की रीति का पालन करते हुए अपना वचन निभाना चाहिए।

5. यशस्वी राजा दशरथ के दुःख का मुख्य कारण क्या था? उसके दुःख का समाधान कैसे हुआ?

उत्तर यशस्वी राजा दशरथ के दुःख का मुख्य कारण था कि उनके बाद उनके राज्य को देखने वाला कोई उत्तराधिकारी न था, क्योंकि उनकी कोई संतान न थी। राजा दशरथ की आयु के साथ-साथ उनकी चिंता भी निरंतर बढ़ती जा रही थी बहुत सोच-विचार करने के बाद उन्होंने इस समस्या का समाधान निकालने के लिए मुनि वशिष्ठ से चर्चा की। मुनि वशिष्ठ राजा दशरथ की चिंता को समझते थे। उन्होंने राजा दशरथ को पुत्रेष्टि यज्ञ करने की सलाह दी। इस यज्ञ को करने के पश्चात् कुछ दिनों में उन्हें चार पुत्रों की प्राप्ति हुई।

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