NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पाठ्यपुस्तक व पूरक पुस्तक अध्याय 10 संसार पुस्तक है Question And Answers
NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पाठ्यपुस्तक व पूरक पुस्तक अध्याय 10 संसार पुस्तक है पाठ का सार
नेहरू जी द्वारा अपनी पुत्री इंदिरा गाँधी को पत्र
जवाहरलाल नेहरू ने इंदिरा को अनेक पत्र लिखे थे। इन पत्रों को ‘चिल्ड्रन बुक ऑफ ट्रस्ट’ ने ‘पिता के पत्र पुत्री के नाम से प्रकाशित किए। इनमें से एक पत्र यह हिंदी में अनुवादित है।
नेहरू जी इलाहाबाद में थे और उनकी दस वर्षीय बेटी इंदिरा गांधी मसूरी में रहती थी। वे पत्रों द्वारा अपनी बेटी को दुनिया और छोटे देशों के बारे में जानकारी देना चाहते थे।
वे अपनी बेटी से कहते हैं कि इंग्लैंड एक छोटा-सा टापू है तथा हिंदुस्तान एक बहुत बड़ा देश है, फिर भी हिंदुस्तान दुनिया का एक छोटा-सा हिस्सा है। तुम्हें दुनिया के बारे में जानने के लिए सभी देशों और उन देशों में बसी विभिन्न जातियों का ध्यान रखना होगा। इसमें रहने वाले सभी लोग भाई-बहन हैं।
धरती का इतिहास
यह धरती लाखों-करोड़ों वर्ष पुरानी है। एक समय था जब धरती बहुत गर्म थी और इस पर कोई भी जीवित नहीं रह सकता था। जैसे-जैसे धरती ठंडी होती गई, उसके बाद धीरे-धीरे पेड़-पौधे उगे जानवर आए और सबसे बाद में मनुष्य धरती पर आया। आज यह धरती मनुष्य और जानवरों से भरी हुई है। इस समय में उस समय की धरती की कल्पना करना बेहद मुश्किल है, जब धरती पर कुछ न था ।
प्रकृति द्वारा ज्ञानार्जन
इतिहास को किताबों में पढ़ा जा सकता है, परंतु पुराने जमाने में जब मनुष्य नहीं था, तब किताबें कौन लिखता? हम अपने आप ही कुछ भी सोच सकते हैं। पुराने जमाने में लिखी गई किताबें न होने पर भी कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनसे हमें उतनी ही जानकारी प्राप्त होती है, जितनी किसी किताब से होती है; जैसे-पहाड़, समुद्र, सितारे, नदियाँ, जंगल, जानवरों की हड्डियों आदि से पुरानी दुनिया के बारे में पता चल सकता है।
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इसके लिए संसाररूपी पुस्तक को पढ़ना आवश्यक होगा। संसाररूपी पुस्तक को पढ़ने के लिए पत्थरों और पहाड़ों को पढ़ना चाहिए। जिस प्रकार हम कोई भाषा हिंदी, उर्दू या अंग्रेज़ी सीखने के लिए ‘अक्षर’ ज्ञान प्राप्त करते हैं, उसी प्रकार प्रकृति को समझने के लिए हम पत्थरों और चट्टानों से ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।
चिकने पत्थर की कहानी
नेहरू जी एक उदाहरण देकर समझाते हैं कि एक छोटा-सा रोड़ा (पत्थर) भी अपने बारे में बहुत कुछ बताता है। वह पत्थर चिकना और चमकीला कैसे हो गया, सब जानकारी मिलती है। वह बताता है कि वह पहले चट्टान का टुकड़ा था और उसका कोना नुकीला खुरदरा था।
काफी समय तक वह पत्थर पहाड़ के दामन में पड़ा रहा, फिर पानी ने उसे बहाकर घाटी तक पहुँचा दिया। तब पहाड़ी नाले ने धकेलकर छोटी दरिया तक पहुँचाया। पत्थर लुढ़कता रहा, उसके किनारे घिस गए और वह पत्थर चिकना और चमकदार हो गया। अंत में वह रेत में बदल गया और समुद्र के किनारे जम गया। यदि छोटा-सा पत्थर इतनी जानकारी दे सकता है, तो पहाड़ों और अन्य चीज़ों से हमें कई बातें पता चल सकती हैं।
शब्दार्थ
NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पाठ्यपुस्तक व पूरक पुस्तक अध्याय 10 संसार पुस्तक है पाठ्यपुस्तक वसंत भाग-3 के प्रश्नोत्तर
पत्र से (पृष्ठ संख्या 76)
प्रश्न 1. लेखक ने ‘प्रकृति के अक्षर’ किसे कहा है?
उत्तर लेखक ने प्रकृति की विविध वस्तुओं को प्रकृति के अक्षर कहा है; जैसे- पत्थर, पहाड़, नदी, वृक्ष, मैदान आदि सभी प्रकृति के अक्षर हैं। इन वस्तुओं को समझने, परखने से ही विभिन्न प्रकार का ज्ञान प्राप्त होता है।
प्रश्न 2. लाखों-करोड़ों वर्ष पहले धरती कैसी थी ?
उत्तर लाखों-करोड़ों वर्ष पहले यह धरती बहुत गर्म थी। इस धरती पर तब न जानवर थे, न ही कोई मनुष्य रहता था। धरती की गर्मी के कारण यहाँ कोई भी जानवर या प्राणी नहीं रह सकता था।
प्रश्न 3. दुनिया का पुराना हाल किन चीज़ों से जाना जाता है? कुछ चीज़ों के नाम लिखो ।
उत्तर दुनिया का पुराना हाल पहाड़, समुद्र, सितारे, नदियाँ, जंगल, जानवरों की पुरानी हड्डियों आदि से जाना जा सकता है।
प्रश्न 4. गोल चमकीला रोड़ा अपनी क्या कहानी बताता है?
उत्तर गोल चमकीला रोड़ा बताता है कि वह बहुत पहले एक चट्टान का खुरदरा टुकड़ा था और उसमें किनारे और कोने थे। वह एक पहाड़ के दामन में पड़ा रहा, फिर पानी ने उसे छोटी घाटी में पहुँचा दिया। वहाँ से पहाड़ी नाले में बहता हुआ दरिया में पहुँच गया। पानी के साथ लुढ़कता – लुढ़कता नुकीला और खुरदरा पत्थर गोल और चमकीला हो गया।
प्रश्न 5. गोल- चमकीले रोड़े को यदि दरिया और आगे ले जाता तो क्या होता? विस्तार से उत्तर लिखो।
उत्तर पानी में या छोटी दरिया में गोल चमकीला रोड़ा आगे जाता, तो वह छोटा होते-होते बालू का कण बन जाता और अन्य रेत के कणों में मिलकर समुद्र का किनारा बनता। बच्चे उस पर खेल-खेल में घरौंदे बनाते।
प्रश्न 6. नेहरू जी ने इस बात का हलका सा संकेत दिया है कि दुनिया कैसे शुरू हुई होगी। उन्होंने क्या बताया है? पाठ के आधार पर लिखो ।
उत्तर नेहरू जी ने बताया कि लाखों-करोड़ों वर्ष पहले धरती बहुत गर्म थी। उस पर कोई भी जानवर या प्राणी नहीं रह सकते थे। धरती धीरे-धीरे ठंडी होती गई, तब वनस्पतियाँ पैदा हुईं, फिर छोटे-छोटे जीव-जंतु और मनुष्य पैदा हुए। इस प्रकार दुनिया की शुरुआत हुई होगी।
पत्र से आगे (पृष्ठ संख्या 76)
प्रश्न 1. लगभग सभी जगह दुनिया की शुरुआत को समझाती हुई कहानियाँ प्रचलित हैं। तुम्हारे यहाँ कौन-सी कहानी प्रचलित है?
उत्तर हमारे यहाँ दुनिया की शुरुआत की यह कहानी प्रचलित है कि एक बार पृथ्वी पर प्रलय आ गई थी, चारों ओर पानी ही पानी था, कुछ भी शेष न बचा था। मनुष्य, जीव-जंतु, वनस्पति सब उसमें जलमग्न हो गए थे। केवल हिमालय की तलहटी में यज्ञ कर रहे ऋषि मनु ही बचे थे। एक गंधर्व कन्या सतरूपा जलमग्न पृथ्वी को निहार रही थी। तभी उसे यज्ञ का धुआँ उठता नज़र आया। धुआँ देखकर सतरूपा ने विचार किया कि जब धुआं उठ रहा है, तो अवश्य ही पृथ्वी पर कोई जीवित बचा है।
सतरूपा हिमालय में ऋषि मनु के पास आई। ऋषि ने आने का कारण पूछा। फिर सतरूपा दुःखी ऋषि मनु को छोड़ वापस नहीं गई। मनु और सतरूपा से जन्मे बच्चे ही ‘मनुज’ कहलाए। इस प्रकार नई दुनिया की शुरुआत हुई।
प्रश्न 2. तुम्हारी पसंदीदा पुस्तक कौन-सी है और क्यों?
उत्तर मेरी पसंदीदा पुस्तक ‘पिता के पत्र पुत्री के नाम’ है। यह पुस्तक जवाहरलाल नेहरू द्वारा इंदिरा को लिखे पत्रों का संकलन है। इस पुस्तक से पूरे संसार की उत्पत्ति कैसे हुई, इसकी जानकारी बड़े ही रोचक रूप में मिलती है।
प्रश्न 3. मसूरी और इलाहाबाद भारत के किन प्रांतों के शहर हैं?
उत्तर मसूरी उत्तराखंड प्रति का शहर है और इलाहाबाद उत्तर प्रदेश प्रांत का शहर है।
प्रश्न 4. तुम जानते हो कि दो पत्थरों को रगड़कर आदिमानव ने आग की खोज की थी। उस युग में पत्थरों का और क्या-क्या उपयोग होता था?
उत्तर आदिमानव पत्थरों को औजारों तथा हथियार के रूप में प्रयोग करते थे। इन हथियारों का प्रयोग वे अपनी रक्षा के लिए करते थे। जानवरों का शिकार करने, जानवरों को भगाने के लिए आदिमानव पत्थरों के औजारों का प्रयोग हथियार के रूप में करते थे। बड़े पत्थर से छोटा पत्थर तोड़ने, मांस काटने, छाल छीलने, जमीन को खोदने का काम करते थे।
अनुमान और कल्पना ( पृष्ठ संख्या 76)
हर चीज के निर्माण की एक कहानी होती है; जैसे- मकान के निर्माण की कहानी, कुर्सी, गद्दे, रजाई के निर्माण की कहानी हो सकती है। इस तरह वायुयान, साइकिल अथवा अन्य किसी यंत्र के निर्माण की कहानी भी होती है। कल्पना करो यदि रसगुल्ला अपने निर्माण की कहानी सुनाने लगे कि वह पहले दूध था, उसे दूध से छेना बनाया गया, उसे गोल आकार दिया गया। चीनी की चाशनी में डालकर पकाया गया, फिर उसका नाम पड़ा रसगुल्ला ।
तुम भी किसी चीज़ के निर्माण की कहानी लिख सकते हो इसके लिए तुम्हें अनुमान और कल्पना के साथ उस चीज़ के बारे में कुछ जानकारी भी एकत्र करनी होगी। उत्तर छात्र स्वयं करें।
भाषा की बात (पृष्ठ संख्या 77)
प्रश्न 1. ‘इस बीच वह दरिया में लुढ़कता रहा।’ नीचे लिखी क्रियाएँ पढ़ो। क्या इनमें और ‘लुढ़कना’ में तुम्हें कोई समानता नजर आती है?
(ढकेलना, गिरना, खिसकना)
इन चारों क्रियाओं का अंतर समझाने के लिए इनसे वाक्य बनाओ।
उत्तर
- लुढ़कना मैं सीढ़ियों से लुढ़कता लुढ़कता नीचे आ गिरा।
- गिरना पुस्तक मेज से नीचे गिर गई।
- ढकेलना पंक्ति में आ रहे श्रद्धालुओं को पीछे से किसी ढकेला ।
- खिसकना बालक ने अभी-अभी खिसकना सीखा है।
प्रश्न 2. चमकीला रोड़ा यहाँ रेखांकित विशेषण ‘चमक’ संज्ञा में ‘ईला’ प्रत्यय जोड़ने पर बना है। निम्नलिखित शब्दों में यही प्रत्यय जोड़कर विशेषण बनाओ और इनके साथ उपयुक्त संज्ञाएँ लिखो
- पत्थर ________
- रस ___________
- काँटा _________
- जहर _________
उत्तर
प्रश्न 3. ‘जब तुम मेरे साथ रहती हो, तो अकसर मुझसे बहुत-सी बातें पूछा करती हो।’
यह वाक्य दो वाक्यों को मिलाकर बना है। इन दोनों वाक्यों को जोड़ने का काम जब तो (तब ) कर रहे हैं, इसलिए इन्हें योजक कहते हैं। योजक के रूप में कभी कोई बदलाव नहीं आता, इसलिए ये अव्यय का एक प्रकार होते हैं। नीचे वाक्यों को जोड़ने वाले कुछ और अव्यय दिए गए हैं। उन्हें रिक्त स्थानों में लिखो। इन शब्दों से तुम भी एक-एक वाक्य बनाओ
(क) कृष्णन फिल्म देखना चाहता है, _____________ ‘मैं मेले में जाना चाहती हूँ।
(ख) मुनिया ने सपना देखा _____________ ‘वह चंद्रमा पर बैठी है। ____________
(ग) छुट्टियों में हम सब ________________ तो दुर्गापुर जाएँगे __________ जालंधर
(घ) सब्जी कटवाकर रखना __________ घर आते ही मैं खाना बना लूँ।
(ङ) _____________ मुझे पता होता कि शमीना बुरा मान जाएगी, मैं यह बात न कहती।
(च) इस वर्ष फसल अच्छी नहीं हुई है ______________ अनाज महँगा है।
(छ) विमल जर्मन सीख रहा है ___________ फ्रेंच
(बल्कि / इसलिए / परंतु / कि/ यदि/तो/न कि/या/ताकि)
उत्तर
(क) कृष्णन फिल्म देखना चाहता है, परंतु मैं मेले में जाना चाहती हूँ।
(ख) मुनिया ने सपना देखा कि वह चंद्रमा पर बैठी है।
(ग) छुट्टियों में हम सब या तो दुर्गापुर जाएँगे या जालंधर ।
(घ) सब्जी कटवाकर रखना ताकि घर आते ही मैं खाना बना लूँ।
(ङ) यदि मुझे पता होता कि शमीना बुरा मान जाएगी, तो मैं यह बात न कहती।
(च) इस वर्ष फसल अच्छी नहीं हुई है इसलिए अनाज महँगा है।
(छ) विमल जर्मन सीख रहा है न कि फ्रेंच ।
उपरोक्त शब्दों का वाक्यों में प्रयोग
- बल्कि मैं घूम नहीं रहा था, बल्कि तुम्हारे लौटने की प्रतीक्षा कर रहा था।
- इसलिए मुझे खेलने जाना था इसलिए गृहकार्य जल्दी कर लिया।
- परंतु बादल छाए परंतु वर्षा नहीं हुई।
- कि माँ ने कहा कि जल्दी घर आना ।
- यदि, तो यदि तुम आओगे तो मैं भी चलूँगा।
- न कि मैं नीली फ्रॉक पहनकर घूमने जाऊँगी न कि पीली फ्रॉक
- या तुम्हें इडली पसंद है या ढोसा?
- ताकि गृहकार्य समाप्त कर लो ताकि घूमने जा सको।
कुछ करने को (पृष्ठ संख्या 78)
पास के शहर में कोई संग्रहालय हो तो वहाँ जाकर पुरानी चीजें देखो। अपनी कक्षा में उस पर चर्चा करो।
उत्तर छात्र अपने माता-पिता के साथ किसी संग्रहालय जाएँ। वहाँ पुरानी चीज़ों को देखें और कक्षा में चर्चा करें।
NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पाठ्यपुस्तक व पूरक पुस्तक अध्याय 10 संसार पुस्तक है बहुविकल्पीय प्रश्न
अभ्यास प्रश्न (बहुविकल्पीय व वर्णनात्म प्रश्नों सहित)
1. “संसार पुस्तक है” पाठ के लेखक कौन हैं?
(क) पं. जवाहरलाल नहेरू
(ख) कृष्णा सोबती
(घ) प्रेमचंद
(ग) विनय महाजन
उत्तर (क) पं. जवाहरलाल नहेरू
2. नेहरू जी ने यह पत्र किसे लिखा था ?
(क) भारत के साहित्यकारों को
(ख) भारत के बच्चों को
(ग) धार्मिक नेताओं को
(घ) अपनी पुत्री इंदिरा को
उत्तर (घ) अपनी पुत्री इंदिरा को
3. लेखक के पत्रों का संकलन किस नाम से है?
(क) पिता का पत्र पुत्री के नाम
(ख) भारत एक खोज
(ग) संसार एक पुस्तक है।
(घ) संसार एक रंग-मंच
उत्तर (क) पिता का पत्र पुत्री के नाम
4. लेखक ने प्रकृति के अक्षर किसे कहा है?
(क) पक्षियों और पेड़ों को
(ख) पहाड़ों को
(ग) नदी और मैदानों को
(घ) ये सभी
उत्तर (घ) ये सभी
5. विभिन्न देशों के बीते हुए समय की जानकारी हम किस विषय में पढ़ते हैं?
(क) विज्ञान
(ख) इतिहास
(ग) भूगोल
(घ) मनोविज्ञान
उत्तर (ख) इतिहास
6. दुनिया का हाल जानने के लिए किस बात का ध्यान रखना पड़ेगा?
(क) सभी निवास किस शहर व राज्य के हैं।
(ख) सभी की दोस्ती प्रेम भाव की है।
(ग) सभी किस जगह पर रहते हैं।
(घ) दुनिया के सभी देशों व उसमें बसी सभी जातियों का
उत्तर (घ) दुनिया के सभी देशों व उसमें बसी सभी जातियों का
7. एक रोड़ा दरिया में लुढ़कता लुढ़कता किस रूप में बदल जाता है?
(क) रेत के कण में
(ग) बारूद में
(ख) कंकड़ में
(घ) ईंट में
उत्तर (क) रेत के कण में
8. गोल, चमकदार और चिकना क्या हो गया था ?
(क) रेगिस्तान
(ख) रोड़ा
(ग) मरुस्थल
(घ) बड़ा टापू
उत्तर (ख) रोड़ा
9. लेखक की पुत्री कहाँ रहती थी ?
(क) शिमला
(ख) मनाली
(ग) हिमाचल
(घ) मसूरी
उत्तर (घ) मसूरी
10. लाखों, करोड़ों वर्ष क्या पुरानी है?
(क) धरती
(ख) आकाश
(ग) जल
(घ) गृह
उत्तर (क) धरती
11. नेहरू जी दुनिया के बारे में अपनी पुत्री को कैसे बताते थे?
(क) टेलीग्राम से
(ख) फोन से
(ग) पत्र से
(घ) ईमेल से
उत्तर (ग) पत्र से
NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पाठ्यपुस्तक व पूरक पुस्तक अध्याय 10 संसार पुस्तक है गद्यांश पर आधारित प्रश्न
निम्नलिखित गद्यांशों को पढ़कर उन पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
गद्यांश 1
जब तुम मेरे साथ रहती हो, तो अकसर मुझसे बहुत-सी बातें पूछा करती हो और मैं उनका जवाब देने की कोशिश करता हूँ, लेकिन अब, जब तुम मसूरी में हो और मैं इलाहाबाद में, हम दोनों उस तरह बातचीत नहीं कर सकते, इसलिए मैंने इरादा किया है कि कभी-कभी तुम्हें इस दुनिया की और उन छोटे-बड़े देशों की जो इस दुनिया में हैं, छोटी-छोटी कथाएँ लिखा करूँ।
तुमने हिंदुस्तान और इंग्लैंड का कुछ हाल इतिहास में पढ़ा है, लेकिन इंग्लैंड केवल एक छोटा-सा टापू है और हिंदुस्तान, जो एक बहुत बड़ा देश हैं, फिर भी दुनिया का एक छोटा सा हिस्सा है। अगर तुम्हें इस दुनिया का कुछ हाल जानने का शौक है, तो तुम्हें सब देशों का और उन सब जातियों का जो इसमें बसी हुई हैं, ध्यान रखना पड़ेगा, केवल उस एक छोटे से देश का नहीं, जिसमें तुम पैदा हुई हो।
1. लेखक कहाँ रहते हैं?
(क) मसूरी
(ख) इलाहाबाद
(ग) दिल्ली
(घ) लाहौर
उत्तर (ख) इलाहाबाद
2. लेखक ने इंग्लैंड को क्या कहा है?
(क) छोटा देश
(ख) देश
(ग) छोटा टापू
(घ) पहाड़
उत्तर (ग) छोटा टापू
3. हिंदुस्तान कैसा देश है?
(क) साधारण देश
(ख) असाधारण देश
(ग) बहुत छोटा
(घ) बहुत बड़ा
उत्तर (घ) बहुत बड़ा
4. इस गद्यांश में कौन किससे संवाद कर रहा है?
उत्तर इस गद्यांश में जवाहरलाल नेहरू जी अपनी पुत्री इंदिरा को पत्र द्वारा जानकारी दे रहे हैं।
5. हिंदुस्तान और इंग्लैंड कैसे देश हैं?
उत्तर लेखक ने बताया कि हिंदुस्तान एक बहुत बड़ा देश है। बड़ा देश होने पर भी दुनिया का छोटा-सा हिस्सा है। इंग्लैंड एक छोटा-सा टापू है।
6. नेहरू जी ने पत्र द्वारा इंदिरा को क्या सलाह दी ?
उत्तर नेहरू जी ने पत्र द्वारा इंदिरा को सलाह दी कि यदि तुम्हें दुनिया का हाल जानना है, तो यहाँ बसी सभी जातियों के विषय में जानना होगा।
गद्यांश 2
कोई जबान, उर्दू, हिंदी या अंग्रेजी सीखने के लिए तुम्हें उसके अक्षर सीखने होते हैं। इसी तरह पहले तुम्हें प्रकृति के अक्षर पढ़ने पड़ेंगे, तभी तुम उसकी कहानी उसके पत्थरों और चट्टानों की किताब से पढ़ सकोगी। शायद अब भी तुम उसे थोड़ा-थोड़ा पढ़ना जानती हो, जब तुम कोई छोटा-सा गोल चमकीला रोड़ा देखती हो, तो क्या वह तुम्हें कुछ नहीं बतलाता ? यह कैसे गोल, चिकना और चमकीला हो गया और उसके खुरदरे किनारे या कोने क्या हुए?
1. भाषा सीखने के लिए सबसे पहले क्या सीखा जाता है?
(क) वाक्य
(ख) व्याकरण
(ग) अक्षर
(घ) वर्णमाला
उत्तर (ग) अक्षर
2. चट्टान का टुकड़ा धीरे-धीरे लुढ़कने से किन रूप-रंग में परिवर्तित हो गया?
(क) खुरदरा, चिकना, गोल
(ख) गोल, चिकना, चमकीला
(ग) चिकना, चमकीला, चौकोर
(घ) गोल, नुकीला, चमकीला
उत्तर (ख) गोल, चिकना, चमकीला
3. इस गद्यांश में आया विदेशी शब्द कौन-सा है?
(क) अक्षर
(ख) रोड़ा
(ग) जबान
(घ) प्रकृति
उत्तर (ग) जबान
4. किसी भाषा के सीखने के लिए क्या आवश्यक है?
उत्तर किसी भाषा को सीखने के लिए उसके अक्षर सीखने आवश्यक हैं।
5. दुनिया का हाल जानने के लिए क्या पढ़ना होगा?
उत्तर दुनिया का हाल जानने के लिए प्रकृति के अक्षर पढ़ने होंगे।
6. चमकीला रोड़ा देखकर क्या पता चलता है?
उत्तर गोल, चमकीला रोड़ा देखकर पता चलता है कि उसका वास्तविक रूप कुछ और ही था। वह रोड़ा पहले चट्टान का खुरदरा व नुकीला टुकड़ा था। धीरे-धीरे उसका रूप बदलता गया ।
गद्यांश 3
अगर तुम किसी बड़ी चट्टान को तोड़कर टुकड़े-टुकड़े कर डालो, तो हर एक टुकड़ा खुरदरा और नुकीला होगा। यह गोल चिकने रोड़े की तरह बिल्कुल नहीं होता। फिर यह रोड़ा कैसे इतना चमकीला, चिकना और गोल हो गया? अगर तुम्हारी आँखें देखें और कान सुनें, तो तुम उसी के मुँह से उसकी कहानी सुन सकती हो।
वह तुमसे कहेगा कि एक समय, जिसे शायद बहुत दिन गुजरे हों, वह भी एक चट्टान का टुकड़ा था। ठीक उसी टुकड़े की तरह, उसमें किनारे और कोने थे, जिसे तुम बड़ी चट्टान से तोड़ती हो ।
शायद वह किसी पहाड़ के दामन में पड़ा रहा। तब पानी आया और उसे बहाकर छोटी घाटी तक ले गया। वहाँ से एक पहाड़ी नाले ने ढकेलकर उसे एक छोटे से दरिया में पहुँचा दिया। इस छोटे-से दरिया से वह बड़े दरिया में पहुँचा। इस बीच वह दरिया के पेंदे में लुढ़कता रहा, उसके किनारे घिस गए और वह चिकना और चमकदार हो गया। इस तरह वह कंकड़ बना, जो तुम्हारे सामने है।
1. चट्टान से टूटा पत्थर कैसा होता है?
(क) खुरदरा, चिकना
(ख) चिकना, नुकीला
(ग) नुकीला, चमकीला
(घ) खुरदरा, नुकीला
उत्तर (घ) खुरदरा, नुकीला
2. पत्थरों को छोटी घाटी में किसने पहुँचाया?
(क) नदी ने
(ख ) नाले ने
(ग) मनुष्य ने
(घ) पहाड़ ने
उत्तर (ख) नाले ने
3. बड़ी दरिया के किस हिस्से में पत्थर लुढ़कता रहा ?
(क) आगे
(ख) पीछे
(ग) पेंदे में
(घ) चारों ओर
उत्तर (ग) पेंदे में
4. चट्टान से टूटा पत्थर का टुकड़ा कौन होता है?
उत्तर बड़ी चट्टान को यदि टुकड़े कर दिए जाएँ, तो उसका हर टुकड़ा खुरदरा और नुकीला होता है।
5. चट्टान से टूटने के बाद पत्थर का टुकड़ा कहाँ रहा?
उत्तर चट्टान से टूटने के बाद पत्थर का खुरदरा तथा नुकीला टुकड़ा बहुत समय तक पहाड़ के दामन में पड़ा रहा।
6. चिकना, चमकदार गोल पत्थर हमें कैसे मिल जाता है?
उत्तर दरिया अगर चिकने, चमकदार और गोल पत्थर को अपने साथ बहाकर नहीं ले जाती तो वह पत्थर वहीं किनारे पर पड़ा रहता है और हमें मिल जाता है।
NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पाठ्यपुस्तक व पूरक पुस्तक अध्याय 10 संसार पुस्तक है अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
1. ‘संसार पुस्तक है’ किसका संकलन है? यह किस भाषा में रचित है?
उत्तर ‘संसार पुस्तक है’ पत्रों का संकलन है। इसे अंग्रेजी भाषा में जवाहरलाल नेहरू ने अपनी पुत्री इंदिरा को लिखा था।
2. हम इतिहास में क्या पढ़ते हैं?
उत्तर हम इतिहास में विभिन्न देशों में बीते हुए समय की जानकारी पढ़ते हैं, जैसे- हिंदुस्तान व इंग्लैंड का इतिहास |
3. पत्थर हमें अपनी कहानी कैसे बताते हैं?
उत्तर पत्थरों की कहानी उनके ऊपर ही लिखी होती है, क्योंकि प्रकृति के साथ-साथ पत्थरों ने भी पानी के बहाव के साथ अपने आपको बड़े से छोटा बनाया है। यदि हम पत्थरों को पढ़ना व समझना जानते हैं, तो हम उनकी कहानी को जान सकते हैं।
4. पत्रों से क्या बताना संभव है?
उत्तर पत्र में बहुत अधिक नहीं लिखा जा सकता है। अपनी बात को संक्षेप में ही पत्र में लिखना संभव है।
5. पहले धरती पर आदमी क्यों नहीं थे?
उत्तर पहले धरती पर आदमी नहीं थे, क्योंकि पहले यह धरती बहुत गर्म थी। गर्मी के कारण कोई भी प्राणी धरती पर नहीं रह सकता था।
NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पाठ्यपुस्तक व पूरक पुस्तक अध्याय 10 संसार पुस्तक है लघु उत्तरीय प्रश्न
1. नेहरू जी ने अपनी पुत्री इंदिरा को पत्र लिखने का इरादा क्यों किया ?
उत्तर इंदिरा जब अपने पिता नेहरू जी के साथ रहती थी, तो अकसर बहुत तरह की बातें पूछा करती थी। नेहरू जी उनके उत्तर दिया करते थे। अब इंदिरा पढ़ने के लिए छात्रावास में मसूरी में रह रही है और उनके पिताजी इलाहाबाद में हैं। अब बातचीत करना संभव नहीं है, इसलिए नेहरू जी ने इंदिरा को पत्र लिखने का इरादा किया।
2. पहाड़ों, समुद्र, नदियाँ, जंगल, जानवरों की पुरानी हड्डियों तथा इसी तरह की चीजों को गौर से देखने से क्या पता चलता है?
उत्तर यदि हम पहाड़ों, समुद्र, नदियाँ, जंगल, जानवरों की पुरानी हड्डियों को गौर से देखें, तो हमें यह पता चलेगा कि एक समय ऐसा भी था, जब धरती बहुत गर्म थी और उस पर कोई जानवर या प्राणी नहीं रह सकता था। धरती की गर्मी के कारण जानवर और प्राणी का अस्तित्व पूर्णत: असंभव था। इस प्रकार इन चीजों से हमें दुनिया का पुराना हाल पता चलता है।
3. जब किताबें नहीं थीं, तो उस समय का ज्ञान कैसे प्राप्त किया जा सकता है?
उत्तर जब किताबें नहीं थीं, तो उस समय की जानकारी लोग कल्पना के आधार पर कर सकते थे, किंतु वह केवल मनगढ़ंत ही होती। किताबें न होने पर भी हमें दुनिया के विषय में पुरानी जानकारी पहाड़, समुद्र, सितारे, नदियाँ, जंगल, जानवरों की पुरानी हड्डियों आदि से मिल सकती है।
4. लेखक ने छोटे रोड़े को ‘संसार की पुस्तक का छोटा पृष्ठ’ क्यों कहा है?
उत्तर किसी की भी जानकारी प्राप्त करने के लिए मनुष्य पुस्तक का एक-एक पृष्ठ पढ़ता है, जैसे-जैसे वह पृष्ठ पढ़ता है, उसे जानकारी मिलती जाती हैं। इसी प्रकार यदि हम रोड़े को ध्यान से देखें, तो धीरे-धीरे बहुत-सी जानकारी मिलती जाएगी। लेखक ने इसलिए छोटे रोड़े को ‘संसार की पुस्तक का छोटा पृष्ठ’ कहा है।
5. प्रकृति को समझने के लिए क्या आवश्यक है?
उत्तर किसी भी भाषा को सीखने के लिए हम उस भाषा के अक्षर पढ़ना सीखते हैं। अक्षर ही ज्ञान को प्राप्त करने के लिए सबसे छोटी इकाई है। अक्षरों को सीखने के बाद ही मनुष्य भाषा पढ़ना सीखने लगता है। इसी प्रकार प्रकृति को समझने के लिए प्रकृति की प्रत्येक वस्तु को ध्यान से देखकर समझना आवश्यक है, तभी मनुष्य प्रकृति से जानकारी प्राप्त करेगा।
NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पाठ्यपुस्तक व पूरक पुस्तक अध्याय 10 संसार पुस्तक है दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1. पत्र में लेखक ने धरती के विषय में क्या जानकारी दी है?
उत्तर पत्र में लेखक ने पुत्री को धरती के विषय में यह बताया है कि लाखों-करोड़ों वर्ष पहले धरती बहुत ही गर्म थी। धरती पर कोई भी जानवर नहीं रहता था, न ही कोई मनुष्य था। धीरे-धीरे धरती की गर्मी कम होती चली गई। बाद में वनस्पति, जानवर तथा अंत में मनुष्य का अस्तित्व हुआ। आज यह धरती हर तरह के जानवरों तथा मनुष्यों से भरी पड़ी है। विभिन्न देशों में विभिन्न प्रजातियों के जीव-जंतु रहते हैं। मनुष्यों में भी जलवायु के अनुरूप रंग-रूप, आकार-प्रकार में विभिन्नता देखने को मिलती है।
2. समुद्र के किनारे बालू के कण कहाँ से आए हैं? बच्चे उससे किस प्रकार मनोरंजन करते हैं?
उत्तर चट्टान का छोटा टुकड़ा, जो नुकीला और बहुत खुरदरा होता है। वह टुकड़ा पहाड़ के दामन, छोटी घाटी, पहाड़ी नाले, छोटी दरिया से बड़ी दरिया में आता है। बड़ी दरिया के पेंदे में लुढ़कते – लुढ़कते पत्थर का टुकड़ा चमकीला और चिकना हो जाता है। यदि इन पत्थरों को दरिया नहीं छोड़ती है, अपने साथ ही बहा ले जाती है, तो और छोटा होता जाता है। छोटा होते-होते अंत में बालू का कण बन जाता है। और समुद्र के किनारे पहुँच जाता है। तब वह कण एकत्रित होकर बालू का किनारा बन जाते हैं। छोटे बच्चे बालू के ढेर में घरौंदे बनाकर मनोरंजन करते हैं। बालू के घरौंदे कुछ ही देर में ढह जाते हैं। बच्चे फिर नए घरौंदे बनाने लगते हैं।
3. ‘संसार पुस्तक है’ पाठ से आपको क्या शिक्षा मिलती है, क्या आप उसे अपने जीवन में अपनाना चाहेंगे और क्यों?
उत्तर ‘संसार पुस्तक है’ पाठ एक पत्र है। इस पत्र को नेहरू जी ने छात्रावास में रह रही पुत्री इंदिरा को लिखा था। इस पत्र से हमें शिक्षा मिलती है। कि प्रकृति की एक-एक वस्तु पुस्तक के समान उपयोगी तथा ज्ञानवर्द्धक है। हमें समस्त प्राकृतिक वस्तुओं को बारीकी से परीक्षण करके समझने का प्रयत्न करना चाहिए। इन वस्तुओं के परीक्षण से हमें बहुत कुछ जानकारी मिलेगी। जी हाँ! मैं इस शिक्षा को अपने जीवन में अवश्य अपनाना चाहूँगा । यदि मैं प्रकृति को जानने की कोशिश करूंगा, तो धीरे-धीरे मेरा ज्ञान बढ़ता जाएगा।