NCERT Class 6 Hindi खंड ‘क’ अपठित बोध अध्याय 1 अपठित गद्यांश एवं काव्यांश Question And Answers
अपठित का अर्थ
अपठित का अर्थ है – गद्य या पद्य का ऐसा अंश, जो निर्धारित पाठ्यपुस्तक का न हो और जिसे पहले न पढ़ा गया हो। इस पर आधारित प्रश्न पूछने का उद्देश्य होता है-छात्रों की भाषा और विषय वस्तु संबंधी ज्ञान की परख करना। छात्रों को अपठित अंश को ध्यानपूर्वक पढ़कर ही पूछे गए प्रश्नों के उत्तर देने चाहिए।
अपठित गद्यांश व काव्यांश को हल करते समय ध्यान रखने योग्य बातें
- सर्वप्रथम अपठित गद्यांश व काव्यांश (पद्यांश) को दो-तीन बार पढ़ना चाहिए।
- पढ़ने के बाद उसका मूलभाव समझना चाहिए।
- प्रश्नों को ध्यान से पढ़कर संभावित उत्तर पर निशान लगाना चाहिए।
- प्रश्नों के संक्षिप्त उत्तर देने चाहिए।
- प्रश्नों के उत्तर अपने शब्दों में देने चाहिए।
- प्रश्नों के उत्तर एक बार पुनः पढ़कर दोहरा लेने चाहिए, जिससे अशुद्धियों को सुधारा जा सके।
- विकल्प वाले प्रश्नों का उत्तर चयन करते समय गद्यांश या पद्यांश में प्रसंग को ध्यान में रखना चाहिए।
- जो विकल्प पूर्ण रूप से उपयुक्त हो, उसी का ही चयन करना चाहिए ।
NCERT Class 6 Hindi खंड ‘क’ अपठित बोध अध्याय 1 अपठित गद्यांश एवं काव्यांश अपठित गद्यांश
निम्नलिखित गद्यांशों को पढ़कर उन पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
सैंपल गद्यांश 1 (अतिलघु उत्तरीय प्रश्नों पर आधारित)
“आभा, तुम्हें आज बापू की कुटिया की ओर जाते समय पेड़ का एक पत्ता तोड़ते देखा था, इसलिए तुम्हें बुलाया है। सिर्फ तुम ही ऐसी भूल करती हो, ऐसा नहीं है। यह तो हमारी, सबकी ही आदत सी हो गई है कि आते-जाते पेड़ देखा, तो पत्ता तोड़ लिया, बिना आवश्यकता के फूल-पत्ती तोड़ना एक तरह की हिंसा ही हुई। हमारे देश के बड़े वैज्ञानिक जगदीश बसु ने जब मुझे बताया कि छोटे-से-छोटे पौधे में भी प्राण हैं, तब से मैं लोगों को फूलों की माला डालने नहीं देता, हाथ में ही ले लेता हूँ। यह तो तुमने भी देखा होगा । ”
पत्ता तोड़ते देखकर बापू मुझे बुलाकर यह भी कह सकते थे कि पत्ता क्यों तोड़ा ? आगे से मत तोड़ना। उन्हें फिर इतना विस्तार से समझाने में अपना समय नष्ट करने की कोई आवश्यकता नहीं होती, लेकिन बापू तो सही अर्थों में एक आदर्श शिक्षक थे। वे हर बात को इतना विस्तार से, प्यार से समझाते थे कि सामने वाले के हृदय में उनकी कही गई। बात बैठ जाती थी और वह फिर दोबारा ऐसी गलती कभी कर ही नहीं सकता था।
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प्रश्न 1. बापू के अनुसार, आभा ने क्या भूल की थी, जो अकसर हम सब करते हैं?
उत्तर: बापू ने आभा को अकारण एक पेड़ का पत्ता तोड़ते हुए देखा था, जो आभा की एक भूल थी। अकसर हम सब की आदत होती है। कि बिना किसी आवश्यकता के फूल-पत्ती तोड़ लेते हैं।
प्रश्न 2. फूलों की माला पहनाए जाने पर बापू उसे न पहनकर हाथ में ही क्यों ले लेते थे?
उत्तर: वैज्ञानिक जगदीश बसु ने बापू को बताया था कि छोटे-से-छोटे पौधे में भी प्राण हैं। बापू ने उस पर विचार किया था, इसी कारण वे माला न पहनकर हाथ में ही ले लेते थे।
प्रश्न 3. आभा को बापू की शिक्षा देने की क्या विधि अच्छी लगी थी?
उत्तर: आभा को बापू का बहुत प्यार तथा धैर्य से फूल-पत्ती न तोड़ने की चेतावनी देना अच्छा लगा। विस्तार से समझाई गई बापू की बात आभा के मन में बैठ गई ।
प्रश्न 4. इस गद्यांश के अनुसार, ‘बापू’ शब्द किसके लिए प्रयोग किया गया है?
उत्तर: इस गद्यांश में ‘बापू’ शब्द महात्मा गाँधी के लिए प्रयोग किया गया है।
प्रश्न 5. वचन बदलिए- पत्ता, शिक्षक
उत्तर: पत्ता – पत्ते, शिक्षक-शिक्षकगण
प्रश्न 6. आवश्यकता तथा वैज्ञानिक शब्दों में मूल शब्द तथा प्रत्यय अलग करके लिखिए।
उत्तर: आवश्यकता = आवश्यकता, वैज्ञानिक विज्ञान + इक
सैंपल गद्यांश 2 (बहुविकल्पीय प्रश्नों पर आधारित)
महामना मदन मोहन मालवीय काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रणेता तो थे ही, इस युग के आदर्श पुरुष भी थे। वे भारत के पहले और अंतिम व्यक्ति थे, जिन्हें महामना की सम्मानजनक उपाधि से विभूषित किया गया; जैसे- पत्रकारिता, वकालत, समाज सुधार, मातृभाषा तथा भारत माता की सेवा में अपना जीवन अर्पण करने वाले इस महामानव ने जिस विश्वविद्यालय की स्थापना की, उसमें उनकी परिकल्पना ऐसे विद्यार्थियों को शिक्षित करके देश सेवा के लिए तैयार करने की थी, जो देश का मस्तक गौरव से ऊँचा कर सकें। मालवीय जी सत्य, ब्रह्मचर्य, व्यायाम, देशभक्ति तथा आत्मत्याग में अद्वितीय थे। इन समस्त आचरणों पर वे केवल उपदेश ही नहीं दिया करते थे, अपितु स्वयं उनका पालन भी किया करते थे। वे अपने व्यवहार में सदैव मृदुभाषी रहे।
प्रश्न 1. मदन मोहन मालवीय किस शिक्षा संस्था के प्रणेता थे?
(क) विश्व भारती
(ख) काशी हिंदू विश्वविद्यालय
(ग) शांति निकेतन
(घ) प्रयाग विश्वविद्यालय
उत्तर: (ख) काशी हिंदू विश्वविद्यालय
प्रश्न 2. मालवीय जी की विश्वविद्यालय स्थापना करने में क्या परिकल्पना थी?
(क) ऐसे विद्यार्थी शिक्षित करना, जिनका सर्वांगीण विकास हो
(ख) ऐसे विद्यार्थी शिक्षित करना, जो देश का मस्तक ऊँचा कर सकें
(ग) ऐसे विद्यार्थी शिक्षित करना, जो देश के लिए आत्मबलिदान दें
(घ) ऐसे विद्यार्थी शिक्षित करना, जो देश सेवा करके देश को गौरवान्वित करें
उत्तर: (ख) ऐसे विद्यार्थी शिक्षित करना जो देश का मस्तक ऊँचा कर सकें
प्रश्न 3. मदन मोहन मालवीय को किस उपाधि से विभूषित किया गया था?
(क) पद्मश्री
(ख) भारत रत्न
(ग) महामना
(घ) पद्मविभूषण
उत्तर: उत्तर (ग) महामना
प्रश्न 4. लोगों को शिक्षा देने के लिए मदन मोहन मालवीय जी का प्रभावकारी तरीका क्या था?
(क) उनके उपदेश बहुत प्रभावशाली होते थे
(ख) वे स्वयं ब्रह्मचर्य का पालन करते थे
(ग) वे उपदेश ही नहीं देते, स्वयं पालन भी करते थे
(घ) वे स्नेह से शिक्षा देते थे
उत्तर: (ग) वे उपदेश ही नहीं देते, स्वयं पालन भी करते थे
प्रश्न 5. ‘अंतिम’ शब्द का विलोम है
(क) अंत
(ख) प्रारंभ
(ग) अनादि
(घ) आदि
उत्तर: (ख) प्रारंभ
प्रश्न 6. मालवीय जी व्यवहार में कैसे थे?
(क) कटुभाषी
(ख) मृदुभाषी
(ग) ब्रजभाषी
(घ) ये सभी
उत्तर: (ख) मृदुभाषी
NCERT Class 6 Hindi खंड ‘क’ अपठित बोध अध्याय 1 अपठित गद्यांश एवं काव्यांश अभ्यास प्रश्न (बहुविकल्पीय व वर्णनात्मक प्रश्नों सहित)
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न गद्यांश 1
यदि यह प्रश्न पूछा जाए कि जंगल का राजा कौन है? तो शायद ही कोई ऐसा हो, जिसे मालूम न हो कि शेर जंगल का राजा है। बहुत पुराने समय से उसे शक्ति और प्रभुत्व का प्रतीक माना जाता है। भारत ने भी उसे अपने राष्ट्रीय चिह्न में स्थान दिया है। वह पशुओं में सबसे अधिक रोबीला और बहादुर होता है। बिल्ली जाति का वह एकमात्र पशु है, जिसके नर की गर्दन दर्शनीय अयाल से सुशोभित रहती है। शेर का शारीरिक गठन, बनावट और आदतें घरेलू बिल्ली के समान होती हैं।
एक समय था, जब बब्बर शेर उत्तरी भारत के अधिकांश मैदानी जंगलों में पाया जाता था, किंतु अब उनकी संख्या काफी कम हो गई है। अपनी निर्भीकता के कारण वह सरलता से मारा गया। भारत में उनके संरक्षण के लिए अभयारण्य बनाए गए। संरक्षित वनों में सभी पशु-पक्षियों को सुरक्षा प्रदान की जाती है। वे निर्भय होकर वन में विचरण कर सकते हैं।
प्रश्न 1. भारत ने राष्ट्रीय चिह्न में शेर को स्थान क्यों दिया?
उत्तर: शेर जंगल का राजा है। शेर को पुराने समय से ही शक्ति और प्रभुत्व का प्रतीक माना जाता है, इसलिए भारत ने राष्ट्रीय चिह्न में ‘शेर’ को स्थान दिया है।
प्रश्न 2. शेर किन विशेषताओं के कारण अन्य पशुओं से भिन्न है?
उत्तर: शेर सभी पशुओं में सबसे अधिक रोबीला और बहादुर होता है शेर बिल्ली जाति का एकमात्र पशु है, जिसके नर की गर्दन में दर्शनीय अयाल होता है। इसलिए शेर अन्य पशुओं से भिन्न है।
प्रश्न 3. बब्बर शेर कहाँ पाए जाते थे? उनकी संख्या कम होने का क्या कारण है?
उत्तर: बब्बर शेर उत्तरी भारत के अधिकांश मैदानी भागों में पाए जाते थे। अपनी निर्भीकता के कारण ये सरलता से मारे गए, इसलिए इनकी संख्या काफी कम हो गई है।
प्रश्न 4. भारत में शेरों की सुरक्षा के लिए क्या प्रयास किया गया?
उत्तर: तीव्रता से शेरों की संख्या में कमी होते देखकर भारत में अभयारण्य बनाए गए हैं, जिनमें जीव-जंतुओं को सुरक्षा दी जाती है। इन संरक्षित वनों में शेर निर्भय रूप से विचरण कर सकते हैं।
प्रश्न 5. ‘शारीरिक’ शब्द में मूल शब्द तथा प्रत्यय अलग करके लिखिए।
उत्तर: शारीरिक शरीर (मूल शब्द) + इक (प्रत्यय) ।
6. ‘वन’ के दो पर्यायवाची लिखिए।
उत्तर: वन अरण्य
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न गद्यांश 2
जिन्हें हम प्यार से बापू कहते हैं, उनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गाँधी था। इनका जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। इनकी माता का नाम पुतलीबाई और पिता का नाम करमचंद गाँधी था। इनकी माँ बहुत स्नेहमयी तथा धार्मिक विचारों की महिला थीं। पिताजी राजकोट के दीवान थे।
गाँधीजी ने प्रारंभिक शिक्षा भारत में प्राप्त की थी और वकालत की शिक्षा प्राप्त करने इंग्लैंड गए। गाँधीजी सत्य और अहिंसा के पुजारी थे। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ असहयोग आंदोलन चलाए। उन्हीं की प्रेरणा से हमारा देश 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्र हो सका। उन्हें हम राष्ट्रपिता के नाम से भी जानते हैं। देश को सत्य और अहिंसा की राह दिखाने वाले गाँधीजी की प्रार्थना सभा में गोली मारकर जघन्य हत्या कर दी गई। वे देश के पथ प्रदर्शक थे। आज भी हम भारतवासी उनके बताए मार्ग पर चलने का प्रयत्न करते हैं।
प्रश्न 1. गाँधीजी की माँ के गुण बताइए।
उत्तर: गाँधीजी की माँ का नाम पुतलीबाई था। विचारों की महिला थीं।
प्रश्न 2. गाँधीजी का पूरा नाम क्या था? उन्हें हम आज भी किस नाम से जानते हैं?
उत्तर: गाँधीजी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गाँधी था। उन्हें हम आज भी ‘राष्ट्रपिता’ के नाम से जानते हैं।
प्रश्न 3. भारत को स्वतंत्रता दिलाने में गाँधीजी ने किस प्रकार सहयोग दिया?
उत्तर: गाँधीजी ने अंग्रेजों के अत्याचारों को देखकर उनके खिलाफ असहयोग आंदोलन चलाए । देशवासियों को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर स्वतंत्रता प्राप्त करने की प्रेरणा दी। वे देश के पथ प्रदर्शक बने।
प्रश्न 4. उपरोक्त गद्यांश का उचित शीर्षक दीजिए।
उत्तर: उपरोक्त गद्यांश का उचित शीर्षक ‘राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी’ है।
प्रश्न 5. ‘सत्य’ का विलोम शब्द लिखिए।
उत्तर: सत्य का विलोम शब्द असत्य है।
प्रश्न 6. ‘माँ’ शब्द के दो पर्यायवाची लिखिए।
उत्तर: माँ = जननी, माता ।
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न गद्यांश 3
सभ्यता के आदिकाल में मनुष्य ने पेड़-पौधों के महत्त्व को जान लिया था। यह भी जान लिया था कि पेड़-पौधे केवल नेत्रों को सुख प्रदान करने के लिए नहीं, अपितु प्राणी जगत के लिए भी आवश्यक हैं। ऋषि-मुनियों ने वृक्षोपासना के लिए मंत्र – पूजा आदि का विधान बनाया। आज भी भारत के प्रांतों में विशेष त्योहारों पर वृक्षों का अत्यधिक महत्त्व है। प्रदूषण को कम करने के लिए यह अच्छा उपाय है कि अधिक-से-अधिक वृक्ष लगाए जाएँ और वायुमंडल को शुद्ध बनाया जाए। बच्चों को चाहिए कि वे वृक्षों के महत्त्व को जानकर अधिक-से-अधिक वृक्ष लगाएँ और प्रदूषण कम करने में हमारे सहायक बनें।
प्रश्न 1. ऋषि-मुनियों ने वृक्ष उपासना का विधान क्यों बनाया?
उत्तर: सभ्यता के आदिकाल में ही मनुष्य ने पेड़-पौधों के महत्त्व को समझ लिया। मनुष्य समझ गया कि पेड़-पौधे प्राणी जगत के लिए आवश्यक हैं, इसलिए ऋषि-मुनियों ने वृक्ष उपासना का विधान बनाया।
प्रश्न 2. प्रदूषण कम करने का उपाय बताइए।
उत्तर: प्रदूषण कम करने के लिए अधिक-से-अधिक वृक्ष लगाने चाहिए। वृक्ष लगाने से ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ेगी और प्रदूषण कम होगा।
प्रश्न 3. वायुमंडल को शुद्ध किस प्रकार बनाया जा सकता है?
उत्तर: पेड़-पौधे वायुमंडल को शुद्ध करते हैं, इसलिए वृक्ष के महत्त्व को समझकर अधिक से अधिक वृक्ष लगाने चाहिए।
प्रश्न 4. गद्यांश का उचित शीर्षक दीजिए।
उत्तर: गद्यांश का उचित शीर्षक है- पेड़-पौधों का महत्त्व ।
प्रश्न 5. ‘विशेष’ तथा ‘अत्यधिक’ शब्दों में से उपसर्ग अलग कीजिए।
उत्तर: विशेष वि शेष, अत्यधिक अति + अधिक
प्रश्न 6. ‘आवश्यक’ शब्द का विलोम लिखिए।
उत्तर: आवश्यक – अनावश्यक ।
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न गद्यांश 4
एक चरवाहा रोजाना हरे-भरे पहाड़ पर अपनी बकरियों को चराने ले जाता था। एक भेड़िया हर दूसरे-तीसरे दिन उसकी बकरियों में से एक बकरी को चुपके से खा जाता था, जिससे उसकी बकरियों की संख्या कम होती जा रही थी। भेड़िये की इस धूर्तता से तंग आकर चरवाहे ने बकरियाँ चराना बंद कर दिया। बकरियों ने भी मौत से बचने के लिए बाड़े में कैद रहकर जुगाली करते रहना ही श्रेष्ठ समझा। एक युवा बकरी को यह बंधन पसंद नहीं आया। अत्याचारी से यों कब तक प्राणों की रक्षा की जा सकेगी? वह पहाड़ से उतरकर किसी दिन बाड़े में भी कूद सकता है।
प्रश्न 1. बकरियों की संख्या कम होने का क्या कारण था?
उत्तर: चरवाहा जब हरे-भरे पहाड़ पर अपनी बकरियों को चराने ले जाता, तब एक भेड़िया चुपके से एक बकरी को खा जाता था, इसलिए बकरियों की संख्या कम हो रही थी।
प्रश्न 2. चरवाहे ने बकरियाँ चराना क्यों बंद कर दिया?
उत्तर: बकरियों की संख्या धीरे-धीरे कम होने के कारण भेड़िये से परेशान होकर चरवाहे ने अपनी बकरियाँ चराना बंद कर दिया।
प्रश्न 3. बकरियों ने मरने से बेहतर क्या समझा ?
उत्तर: बकरियों को पहाड़ पर चरने जाने से भेड़िये द्वारा मारे जाने का भय था। उन्होंने बाड़े में कैद रहकर जुगाली करते रहना ही बेहतर समझा।
प्रश्न 4. युवा बकरी को बाड़े में रहना क्यों पसंद नहीं आया?
उत्तर: युवा बकरी स्वतंत्र रहना चाहती थी। उसे लगता था कि भेड़िया किसी भी दिन बाड़े में आ सकता है। उसे भय के साथ जीवन जीना पसंद नहीं आया।
प्रश्न 5. ‘रक्षा’ शब्द से नया शब्द बनाइए ।
उत्तर: रक्षा सु+ रक्षा (सुरक्षा)
प्रश्न 6. ‘पसंद’ शब्द का विलोम लिखिए।
उत्तर: पसंद नापसंद |
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न गद्यांश 5
पहाड़ी गाँवों में अकसर बाघ का डर बना रहता है। जंगल कटने के कारण शिकार की तलाश में बाघ कभी-कभी गाँव तक पहुँच जाता है। गेंवली गाँव में एक बार यही हुआ। बाघ ने गाँव में घुसकर एक गाय को मार डाला। सुबह होते ही यह खबर पूरे गाँव में फैल गई। गाँव के लोग डर गए कि यह बाघ कहीं फिर से आकर दूसरे पालतू जानवरों और किसी आदमी को ही अपना शिकार न बना ले। गाँव के लोग गोपाल आश्रम गए और उन लोगों ने मीरा बहन को अपनी चिंता बताई।
मीरा बहन ने सभी गाँव के लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा, “हम सभी गाँव के लोग एक योजना बनाने जा रहे हैं, जिससे हम बाघ को अपने चंगुल में फँसा सकें।” सभी लोग मीरा बहन के सुझाव से सहमत हो गए और लोगों ने बाघ को पकड़ने में मीरा बहन का साथ दिया और एक दिन बाघ गाँव के लोगों के बनाए गए जाल में फँस ही गया। इस तरह लोगों का डर भी कम हो गया। इसी प्रकार लोग अब गाँव में स्वतंत्र होकर घूमने लगे।
प्रश्न 1. उपरोक्त गद्यांश में किस गाँव का उल्लेख किया गया है और यहाँ किसका डर बना रहता है?
उत्तर: उपरोक्त गद्यांश में गेंवली गाँव का उल्लेख किया गया है और यहाँ बाघ का डर बना रहता है
प्रश्न 2. उपरोक्त गद्यांश के आधार पर बताइए कि किस कारण बाघ गाँव तक पहुँच जाता है?
उत्तर: जंगल कटने के कारण शिकार की तलाश में बाघ गाँव तक पहुँच जाता है।
प्रश्न 3. पूरे गाँव में क्या खबर फैल गई थी?
उत्तर: पूरे गाँव में यह खबर फैल गई कि बाघ ने गाँव में घुसकर एक गाय को मार डाला।
प्रश्न 4. गाँव के लोगों ने किसे अपनी चिंता बताई?
उत्तर: गाँव के लोगों ने मीरा बहन को अपनी चिंता बताई |
प्रश्न 5. ‘साधु-संतों की कुटी’ वाक्यांश के लिए एक शब्द लिखिए।
उत्तर: ‘साधु-संतों की कुटी’ वाक्यांश के लिए एक शब्द ‘आश्रम’ है।
प्रश्न 6. ‘पहाड़ी’ शब्द में कौन- न-सा प्रत्यय है?
उत्तर: पहाड़ी शब्द में ‘ई’ प्रत्यय है।
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न गद्यांश 6
28 मई, 2023 को भारत के प्रधानमंत्री ने देश के नए संसद भवन का उद्घाटन किया, जो पुनर्निर्मित सेंट्रल विस्टा परियोजना का हिस्सा है। आर्किटेक्ट बिमल पटेल द्वारा डिजाइन किए गए नए संसद भवन का निर्माण वर्ष 2019 में शुरू हुआ। नया संसद भवन आकार में त्रिकोणीय है। यह ऐसा इसलिए है, क्योंकि जिस भूखंड पर यह बना है, वह त्रिकोणीय है। नए संसद भवन का स्वरूप विभिन्न धर्मों में पाई जाने वाली पवित्र ज्यामिति से प्रभावित है। इसका डिजाइन और सामग्री पुरानी संसद के पूरक हैं, साथ ही दोनों भवनों का एक परिसर है।
नए लोकसभा कक्ष में एक मोर विषयवस्तु को अपनाया गया है, जिसमें दीवारों और छत पर राष्ट्रीय पक्षी के पंखों के समान नक्काशीदार डिजाइन तैयार किए गए हैं, जो टील कॉर्पेट से सुसज्जित हैं। लोकसभा कक्ष में वर्तमान में 543 के बजाय 888 सीटें हैं, जिनकी क्षमता बढ़कर 1,272 हो जाएगी। सेंट्रल हॉल के अभाव में लोकसभा का उपयोग दोनों सदनों की संयुक्त बैठक हेतु किया जाएगा।
नए भवन में एक संविधान सभागार बनाया गया है, जहाँ भारतीय लोकतंत्र की यात्रा का दस्तावेजीकरण किया गया है। मूल रूप से वर्ष 1993 में संसद के मुख्य द्वार पर स्थापित की गई महात्मा गाँधी की 16 फुट ऊँची काँस्य प्रतिमा को पुराने और नए भवनों के बीच स्थानांतरित कर दिया गया है।
प्रश्न 1. नए संसद भवन का उद्घाटन किसने किया?
(क) भारत के राष्ट्रपति
(ख) भारत के प्रधानमंत्री
(ग) भारत के वित्तमंत्री
(घ) भारत के अध्यक्ष
उत्तर: (ख) भारत के प्रधानमंत्री
प्रश्न 2. नए संसद भवन का निर्माण किस वर्ष शुरू हुआ?
(क) वर्ष 2017
(ख) वर्ष 2018
(ग) वर्ष 2019
(घ) वर्ष 2020
उत्तर: (ग) वर्ष 2019
प्रश्न 3. गद्यांश के अनुसार वर्तमान में लोकसभा कक्ष में 543 के बजाय कितनी सीटें हैं?
(क) 888
(ख) 250
(ग)384
(घ) 848
उत्तर: (क) 888
प्रश्न 4. किसकी 16 फुट ऊँची काँस्य प्रतिमा को पुराने और नए भवनों के बीच स्थानांतरित किया गया है?
(क) लालबहादुर शास्त्री
(ख) मदन मोहन मालवीय
(ग) जवाहरलाल नेहरू
(घ) महात्मा गाँधी
उत्तर: (घ) महात्मा गाँधी
प्रश्न 5. लोकसभा कक्ष में दीवारों और छत पर किसके पंखों के समान नक्काशीदार डिजाइन तैयार किए गए हैं?
(क) तोता
(ख) मोर
(ग) गिद्ध
(घ) कौआ
उत्तर: (ख) मोर
प्रश्न 6. ‘नए’ का विलोम शब्द क्या होगा?
(क) नया
(ख) चमकदार
(ग) पुराना
(घ) पुरातत्त्व
उत्तर: (ग) पुराना
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न गद्यांश 7
G20 (ग्रुप ऑफ ट्वेंटी) विश्व की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों का एक संगठन है, जिसमें 19 देश (अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका) और यूरोपीय संघ शामिल हैं।
G20 फोरम की स्थापना वर्ष 1999 में अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग और विकास से संबंधित नीतिगत मुद्दों पर चर्चा और उनका समाधान करने के लिए की गई थी। G20 सदस्य वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85% वैश्विक व्यापार का 75% से अधिक और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं।
G20 की अध्यक्षता प्रत्येक वर्ष सदस्यों के बीच बदलती रहती है। अध्यक्षता करने वाला देश पिछले और अगले राष्ट्रपति पद धारकों के साथ मिलकर, G20 एजेंडा की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए ‘ट्रोइका’ बनाता है। G20 की अब तक कुल 17 बैठक हो चुकी हैं। 18वें G20 की प्रेसीडेंसी भारत को सौंपी गई थी। भारत में G20 शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर 2023 को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ है।
भारत की G20 अध्यक्षता की थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ थी, जिसका अर्थ है- एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य | G20 नई दिल्ली शिखर सम्मेलन में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा, इटली, सऊदी अरब, अर्जेंटीना समेत दुनिया के तमाम शक्तिशाली देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए थे। भारत के पास 1 दिसंबर, 2022 से 30 नवंबर, 2023 तक G20 की अध्यक्षता है। इसके बाद वर्ष 2024 में 19वें G20 की अध्यक्षता ब्राजील के पास होगी?
प्रश्न 1. G20 का अर्थ है
(क) 20 देशों का संगठन
(ख) विश्व की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों का एक संगठन
(ग) बड़े-बड़े देशों का संगठन
(घ) विश्व के उच्च वर्गीय लोगों का संगठन
उत्तर: (ख) विश्व की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के वित्त मंत्रियों औरकेंद्रीय बैंक के गवर्नरों का एक संगठन
प्रश्न 2. G20 में कितने देश शामिल हैं?
(क) 19
(ख) 17
(ग) 18
(घ) 20
उत्तर: (क) 19
प्रश्न 3. G20 फोरम की स्थापना किस वर्ष की गई ?
(क) वर्ष 1996
(ख) वर्ष 1997
(ग) वर्ष 1998
(घ) वर्ष 1999
उत्तर: (घ) वर्ष 1999
प्रश्न 4. 18वाँ G20 शिखर सम्मेलन भारत में कब और कहाँ संपन्न हुआ?
(क) 7-8 सितंबर, अहमदाबाद
(ख) 8-9 सितंबर, मुंबई
(घ) 10-11 सितंबर, कोलकाता
(ग) 9-10 सितंबर, नई दिल्ली
उत्तर: (ग ) 9-10 सितंबर, नई दिल्ली
प्रश्न 5. ‘वसुधैव’ शब्द का संधि विच्छेद क्या होगा?
(क) वसुध + ऐव
(ग) वसुध + एव
(ख) वसुधा + एव
(घ) वसुधम् + एव
उत्तर: (ख) वसुधा + एव = वसुधैव
प्रश्न 6. नीचे दिए गए शब्दों में से शुद्ध शब्द का चयन कीजिए
(क) केंद्रिय
(ग) भविष्य
(ख) वैश्वीक
(घ) शक्तिशालि
उत्तर: (ग) भविष्य
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न गद्यांश 8
एक व्यापारी अपने ग्राहक को शहद बेच रहा था, तभी अचानक व्यापारी के हाथ से फिसलकर शहद का बर्तन गिर गया। बहुत सा शहद भूमि पर बिखर गया। जितना शहद ऊपर ऊपर से उठाया जा सकता था, उतना व्यापारी ने उठा लिया, परंतु कुछ शहद फिर भी जमीन पर गिरा रह गया। कुछ ही देर में बहुत-सी मक्खियाँ उस जमीन पर गिरे हुए शहद पर आकर बैठ गईं। उन्हें शहद बहुत अच्छा लगा। वे जल्दी-जल्दी से उसे चाटने लगीं। जब तक उनका पेट भर नहीं गया, शहद चाटती रहीं।
जब मक्खियों का पेट भर गया और उन्होंने उड़ना चाहा तो उड़ न सकीं, क्योंकि उनके पंख शहद में चिपक गए थे। उड़ने के लिए उन्होंने बहुत कोशिश की, परंतु वह फिर भी उड़ न पाईं। वे जितना छटपटाती उनके पंख उतने चिपकते जाते उनके सारे शरीर में शहद लगता जाता। काफी मक्खियाँ शहद में लोट-पोट होकर मर गईं। बहुत सी मक्खियाँ पंख चिपकने से छटपटा रही थीं, परंतु तब भी नई मक्खियाँ शहद के लालच में वहाँ आती रहीं। मरी और छटपटाती मक्खियों को देखकर भी वह शहद खाने का लालच नहीं छोड़ पाईं।
प्रश्न 1. शहद जमीन पर गिरा क्यों रह गया?
(क) व्यापारी द्वारा शहद बेचने के कारण
(ख) व्यापारी के हाथ से फिसलकर बर्तन गिर गया
(ग) व्यापारी से जितना शहद ऊपर-ऊपर से उठाया गया उतना उठा लिया
(घ) मक्खियों से शहद बिखर गया।
उत्तर: (ग) व्यापारी से जितना शहद ऊपर-ऊपर से उठाया गया उतना उठा लिया
प्रश्न 2. मक्खियाँ कब तक शहद को चाटती रहीं?
(क) जब तक व्यापारी नहीं आया
(ख) जब तक उनका पेट नहीं भरा
(ग) जब तक उन्हें उड़ाया नहीं गया
(घ) जब तक शहद समाप्त न हुआ
उत्तर: (ख) जब तक उनका पेट नहीं भरा
प्रश्न 3. मक्खियों के सारे शरीर में शहद किस प्रकार लग गया ?
(क) छटपटाते समय पंख चिपकने से
(ख) शहद पेट भर खाने से
(ग) व्यापारी ने शहद शरीर पर लगा दिया
(घ) शहद बिखरने के कारण
उत्तर: (क) छटपटाते समय पंख चिपकने से
प्रश्न 4. कहानी का उचित शीर्षक हो सकता है।
(क) मक्खी
(ख) लालची मक्खियाँ
(ग) व्यापारी
(घ) टूटे पंख
उत्तर: (ख) लालची मक्खियाँ
प्रश्न 5. ‘जमीन’ शब्द का विलोम है
(क) जमीं
(ख) भूमि
(ग) धरती
(घ) आसमान
उत्तर: (घ) आसमान
प्रश्न 6. ‘मक्खियाँ’ शब्द का वचन बदलिए
(क) मक्खियों
(ख) मक्खी
(ग) मक्खि
(घ) मक्खीयों
उत्तर: (ख) मक्खी
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न गद्यांश 9
शहर से दूर एक तालाब था। तालाब के पास बहुत दलदल था, जिसमें दो मेंढक बड़े आनंदपूर्वक रहते थे। उन्हें न किसी बात की चिंता थी, न ही किसी से कोई शिकायत बड़े संतोष और निश्चितता से दोनों का जीवन कट रहा था। गर्मियों के दिन आ गए। धीरे-धीरे तालाब के पास का दलदल सूखने लगा और एक दिन वह दलदल पूर्णतः सूख गया।
दोनों मेंढकों को चिंता हुई कि अब वे अपना आवास कहाँ बनाएँ? दोनों विवश होकर वह स्थान छोड़कर नए आवास की तलाश में एक कुएँ के निकट पहुँचे। दोनों कुएँ के किनारे बैठे थे, उन्होंने भीतर झाँका । कुएँ में पानी ऊपर तक भरा हुआ था। पानी देखकर एक मेंढक खुशी से झूमता हुआ
अपने मित्र से बोला- “देखो! कुएँ में कितना पानी है। यह हमारे लिए उचित स्थान होगा। सुरक्षित भी है। आओ ! इसके भीतर चलें।” दूसरा मेंढक बुद्धिमान था। उसने बुद्धिमत्ता का परिचय देते हुए कहा- “भैया! इतनी जल्दबाजी अच्छी नहीं। हमें पुराना घर दलदल सूखने पर छोड़ना पड़ा था। हम यहाँ रहने लगे और कुएँ का पानी सूख गया तो हम बाहर कैसे आएँगे?” दूसरे मेंढक की बात सुन पहला मेंढक शर्मिंदा हुआ।
प्रश्न 1. गर्मी के दिनों में ऐसा क्या हुआ कि मेंढक चिंतित हुए?
(क) दलदल गीला हो गया
(ख) दलदल बढ़ गया
(ग) दलदल सूख गया
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (ग) दलदल सूख गया
प्रश्न 2. दोनों मेंढक कुएँ के निकट क्यों गए?
(क) नए आवास की तलाश में
(ख) कुआँ देखने
(ग) चिंता के कारण
(घ) भ्रमण के लिए
उत्तर: (क) नए आवास की तलाश में
प्रश्न 3. दूसरे मेंढक को कुआँ रहने के लिए उचित क्यों नहीं लगा?
(क) कुएँ में बहुत पानी था
(ख) कुएँ का पानी सूखने पर बाहर निकलना कठिन था
(ग) अन्य मेंढक वहाँ आ जाते
(घ) कुएँ में भोजन की समस्या होती
उत्तर: (ख) कुएँ का पानी सूखने पर बाहर निकलना कठिन था
प्रश्न 4. दूसरे मेंढक की मुख्य विशेषता बताएँ
(क) वह चालाक था
(ख) पहले की अपेक्षा छोटा था
(ग) वह पहले मेंढक की अपेक्षा बुद्धिमान था
(घ) वह जल्दबाज था
उत्तर: (ग) वह पहले मेंढक की अपेक्षा बुद्धिमान था
प्रश्न 5. ‘नया’ शब्द का विलोम है
(क) नवीन
ख) पुराना
(ग) आधुनिक
(घ) नवीनतम
उत्तर: (ख) पुराना
प्रश्न 6. ‘आवास’ शब्द का पर्यायवाची नहीं है।
(क) घर
(ख) गृह
(ग) सदन
(घ) विपिन
उत्तर: (घ) विपिन
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न गद्यांश 10
बरगद का बहुत पुराना पेड़ था। पेड़ बहुत घना था और पत्तों से लदा था । उस पर एक घोंसला था, जिसमें कौवे का एक जोड़ा रहता था। दुर्भाग्य से उसी पर एक नाग भी रहता था। मादा कौवा जब भी अंडा देती और कौवे का जोड़ा जब पेड़ से दूर जाते, तभी नाग ऊपर आता और घोंसले में रखा अंडा खा जाता। कौवे जब वापस आते तो बहुत दुःखी होते। कई बार ऐसा होने पर उन्होंने नाग से मुक्ति पाने का निर्णय लिया।
कौवे ने अपने मित्र सियार को पूरी बात बताई। मित्र सियार ने कौवे से कहा, “तुम राजमहल जाओ, वहाँ से बहुमूल्य वस्तु लाकर नाग के बिल में फेंको।” कौवा राजमहल गया और रानी के कमरे से कीमती हार चुराया । रानी ने उसे देख लिया और नौकर को कौवे से हार वापस लेने भेजा।
नौकर कौवे के पीछे-पीछे जंगल की ओर गया। कौए ने पेड़ के पास पहुँचकर रानी का हार नाग के बिल में फेंक दिया। नौकर ने देख लिया और बिल से हार लेने के लिए उसमें रहने वाले नाग को मार दिया। नौकर ने बिल से हार वापस ले लिया। इस प्रकार कौवे के जोड़े को नाग से मुक्ति मिल गई।
प्रश्न 1. कौवे की परेशानी का क्या कारण था?
(क) नाग ऊपर आ जाता था
(ख) नाग अंडा देख लेता था
(ग) नाग अंडा खा लेता था
(घ) नाग घोंसले में आता था
उत्तर: (ग) नाग अंडा खा लेता है
प्रश्न 2. कौवे ने सियार को अपनी बात क्यों बताई ?
(क) नाग को ले जाने के लिए
(ख) नाग से मुक्ति पाने के लिए
(ग) नाग से मित्रता कराने के लिए
(घ) नाग को बुलवाने के लिए
उत्तर: (ख) नाग से मुक्ति पाने के लिए
प्रश्न 3. नौकर कौवे के पीछे क्यों गया?
(क) राजमहल में वापस लाने के लिए गया
(ख) रानी का हार कौवे ने चुराया था, उसे लेने
(ग) रानी ने डाँटा था
(घ) कौवे को बुलाने
उत्तर: (ख) रानी का हार कौवे ने चुराया था, उसे लेने
प्रश्न 4. नौकर को हार वापस कैसे मिला?
(क) बिल में रहने वाले नाग को मारकर
(ख) बिल के अंदर जाकर
(ग) नाग ने हार स्वयं दे दिया
(घ) कौए ने हार नौकर को दे दिया
उत्तर: (क) बिल में रहने वाले नाग को मारकर
प्रश्न 5. ‘दुर्भाग्य’ का विलोम शब्द है
(क) दुरात्मा
(ख) सुभाग्य
(ग) सौभाग्य
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (ग) सौभाग्य
प्रश्न 6. ‘मित्र’ शब्द का पर्यायवाची है
(क) दोस्त
(ख) समीर
(ग) मित्र
(घ) मैत्री
उत्तर: (क) दोस्त
NCERT Class 6 Hindi खंड ‘क’ अपठित बोध अध्याय 1 अपठित गद्यांश एवं काव्यांश अपठित काव्यांश
निम्नलिखित काव्यांशों को पढ़कर उन पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
सैंपल काव्यांश 1 ( अतिलघु उत्तरीय प्रश्नों पर आधारित)
मैंने छूटपन में छिपकर पैसे बोए थे,
सोचा था, पैसे के प्यारे पेड़ उगेंगे,
रुपयों की कलदार मधुर फसलें खनकेंगी,
और फूल-फल कर, मैं मोटा सेठ बनूँगा।
पर बंजर धरती में एक न अंकुर फूटा,
बंध्या मिट्टी ने न एक भी पैसा उगला,
सपने जाने कहाँ मिटे सब धूल हो गए।
मैं हताश हो, बाट जोहता रहा कई दिनों तक,
बाल कल्पना के अपलक पाँवड़े बिछाकर ।
मैं अबोध था, मैंने गलत बीज बोए थे,
ममता को रौंपा, तृष्णा को सींचा था।
प्रश्न 1. कवि ने बचपन में पैसे क्यों बोए थे?
उत्तर: कवि ने अबोध होने के कारण बचपन में पैसे बोए थे। वे सोचते थे कि अन्य पेड़ों के समान पैसों का भी पेड़ उगेगा, जिसमें से रुपये रूपी फल निकलेंगे।
प्रश्न 2. रुपये के पेड़ न उगने का दोष कवि ने किसे दिया?
उत्तर: रुपये के पेड़ न उगने का दोष कवि ने बंजर धरती को दिया।
प्रश्न 3. बालक ने धनी सेठ बनने की क्या कल्पना की थी?
उत्तर: अबोध बालक ने कल्पना की थी कि उसने जो पैसे बीज की तरह बोए हैं, उसके पेड़ निकल आएँगे। कुछ पेड़ बड़े होने पर उसमें रुपयों की फसल उगेगी। उन फलरूपी रुपयों को तोड़कर वह धनी सेठ बन जाएगा।
प्रश्न 4. इस पद्यांश में कवि ने क्या शिक्षा दी है?
उत्तर: इस पद्यांश में कवि ने शिक्षा दी है कि धन केवल परिश्रम से ही प्राप्त होता है।
प्रश्न 5. इन शब्दों के दो-दो पर्यायवाची लिखिए धरती, फूल
उत्तर:
- धरती – धरा, वसुंधरा
- फूल – पुष्प, कुसुम
प्रश्न 6. पद्यांश में आए दो भाववाचक संज्ञा शब्द ढूँढकर लिखिए।
उत्तर: छुटपन, ममता
सैंपल काव्यांश 2 (बहुविकल्पीय प्रश्नों पर आधारित)
भटक रहे थे प्यासे प्यासे पंछी इधर-उधर बौराए
थक निढाल हो कर सुस्ताते पथिक किनारे पर मुरझाए
झुलसाने वाली गर्मी से त्राण सभी पाते हैं प्राणी
तुरहि बजाओ थाल सजाओ आ पहुँची है वर्षा रानी
सोंधी सोंधी उठी सुगंधी पवन हो गई ठंडी-ठंडी
उल्लसित तन-मन करती है नव ऋतु की मोहक सारंगी
मस्त पवन करती मनमानी रिमझिम बरस रहा है पानी ।
प्रश्न 1. पंछी जल की तलाश में इधर-उधर क्यों भटक रहे हैं?
(क) वे प्यासे हैं
(ख) वे बहुत थके हुए हैं
(ग) भीषण गर्मी के कारण
(घ) ये सभी
उत्तर: (घ) ये सभी
प्रश्न 2. कवि ने वर्षा ऋतु का स्वागत करने के लिए क्यों कहा है?
(क) लोग भीषण गर्मी से परेशान थे
(ख ) वर्षा ऋतु अच्छी होती है
(ग) लोग तुरही बजाना चाहते थे
(घ) पथिक विश्राम कर पाते हैं
उत्तर : (क) लोग भीषण गर्मी से परेशान थे
प्रश्न 3. वर्षा ऋतु में क्या परिवर्तन नहीं आया है?
(क) पवन शीतल हो गई
(ख) सोंधी सोंधी सुगंध आने लगी
(ग) लोगों का तन – मन प्रसन्न हो गया
(घ) पथिक निढाल बैठा है
उत्तर: (घ) पथिक निढाल बैठा है
प्रश्न 4. इस पद्यांश में कवि ने किन ऋतुओं का वर्णन किया है?
(क) वर्षा ऋतु, शरद् ऋतु
(ख ) वर्षा ऋतु, ग्रीष्म ऋतु
(ग) वसंत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु उत्तर
(घ) ग्रीष्म ऋतु, शरद् ऋतु
उत्तर: (ख ) वर्षा ऋतु, ग्रीष्म ऋतु
प्रश्न 5. ‘पवन’ शब्द का पर्यायवाची है
(क) सुगंध
(ख) समीर
(ग) मोहक
(घ) पथिक
उत्तर: (ख) समीर
प्रश्न 6. ‘पथिक’ शब्द में प्रत्यय है
(क) एक उत्तर
(ख) अक
(ग) इक
(घ) थिक
उत्तर: (ग) इक
NCERT Class 6 Hindi खंड ‘क’ अपठित बोध अध्याय 1 अपठित गद्यांश एवं काव्यांश अभ्यास प्रश्न (बहुविकल्पीय व वर्णनात्मक प्रश्नों सहित)
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
काव्यांश 1
कोयल काली है पर
मीठी है इसकी बोली
इसने ही तो कूक कूक कर
आमों में मिश्री घोली
कोयल- कोयल सच बतलाना
क्या संदेसा लाई हो
बहुत दिनों के बाद आज फिर
इस डाली पर आई हो
क्या गाती हो किसे बुलाती
बतला दो कोयल रानी
प्यासी धरती देख माँगती
हो क्या मेघों से पानी ?
कोयल यह मिठास क्या तुमने
अपनी माँ से पाई है?
माँ ने ही क्या तुमको मीठी
बोली यह सिखलायी है ?
डाल-डाल पर उड़ना गाना
जिसने तुम्हें सिखाया है
सबसे मीठे-मीठे बोलो
यह भी तुम्हें बताया है
बहुत भली हो तुमने माँ की
बात सदा ही है मानी
इसीलिए तो तुम कहलाती
हो सब चिड़ियों की रानी ।
प्रश्न 1. कोयल की कूक से क्या होता है?
उत्तर: कोयल की आवाज बहुत मधुर होती है, इसलिए कवयित्री कहती है कि कोयल की कूक से आम के फल में मिश्री घुल जाती है अर्थात् आम मीठे हो जाते हैं।
प्रश्न 2. कवयित्री कोयल से क्या पूछ रही है?
उत्तर: कवयित्री कोयल से पूछती है कि उसे मीठी बोली, गाना गाना किसने सिखाया है? वह किसे बुलाती है और आज वह किसका संदेश लेकर आई है?
प्रश्न 3. कोयल चिड़ियों की रानी क्यों कहलाती है?
उत्तर: कोयल की बोली में मिठास होती है। उसने अपनी माँ की बातों का सदैव पालन किया है, इसीलिए वह चिड़ियों की रानी कहलाती है।
प्रश्न 4. इस कविता का उचित शीर्षक लिखिए।
उत्तर: इस कविता का उचित शीर्षक ‘कोयल’ है।
प्रश्न 5. ‘संदेसा’ शब्द का तत्सम शब्द क्या है?
उत्तर: ‘संदेसा’ शब्द का तत्सम शब्द ‘संदेश’ है।
प्रश्न 6. ‘प्यासी धरती’ में ‘प्यासी’ शब्द व्याकरणिक दृष्टि से क्या है?
उत्तर: प्यासी धरती’ में ‘प्यासी’ शब्द विशेषण है।
काव्यांश 2
पेप्सी बोली – सुन ! कोका कोला,
भारत का इंसान है बहुत भोला ।
विदेश से मैं आई हूँ,
साथ में मौत को लाई हूँ।
लहर नहीं जहर हूँ मैं,
गुर्दों पर ढाती कहर हूँ मैं।
मेरी पीएच दो प्वॉइंट सात,
मुझमें गिरकर गल जाए दाँत । जिक, आर्सेनिक,
लेड हूँ मैं, काटे आँतों को,
वो ब्लेड हूँ मैं।
हाँ, दूध मुझसे सस्ता है,
फिर पीकर मुझको क्यों मरता है।
540 करोड़ कमाती हूँ,
पर वह भी विदेश ले जाती हूँ।
मैं पहुँची हूँ आज वहाँ पर,
पीने को नहीं पानी जहाँ पर ।
छोड़ो नकल अब अकल से जीओ,
और जो कुछ पीना है सँभल के पीओ ।
बच्चों को यह कविता सुनाओ,
स्वदेशी अपनाओ देश बचाओ।
प्रश्न 1. पेप्सी भारत के निवासियों को भोला क्यों कहती है?
उत्तर: पेप्सी, कोका कोला को बताती है, मैं विदेश से आई हूँ, मैं बहुत हानिकारक हूँ। भारत के निवासी बहुत भोले हैं और मेरे द्वारा होने वाली हानि को नहीं समझ पाते।
प्रश्न 2. पेप्सी में कौन-कौन से हानिकारक तत्त्व होते हैं?
उत्तर: पेप्सी में जिंक, आर्सेनिक तथा लेड जैसे हानिकारक तत्त्व होते हैं।
प्रश्न 3. पेप्सी पीने से क्या नुकसान होते हैं?
उत्तर: पेप्सी में जिंक, आर्सेनिक तथा लेड होने के कारण दाँत गल जाते हैं, आँतें कट जाती हैं।
प्रश्न 4. इस कविता के माध्यम से कवि ने क्या संदेश दिया है?
उत्तर: इस कविता के माध्यम से कवि स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने के लिए कहते हैं।
प्रश्न 5. ‘स्वदेशी’ शब्द का विलोम लिखिए।
उत्तर: ‘स्वदेशी’ का विलोम शब्द ‘विदेशी’ है।
प्रश्न 6. ‘दूध’ का तद्भव शब्द लिखिए।
उत्तर: ‘दूध’ का तद्भव शब्द ‘दुग्ध’ है।
काव्यांश 3
नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है,
चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है।
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है,
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है।
आखिर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
असफलता एक चुनौती है,
इसे स्वीकार करो, क्या कमी रह गई,
देखो और सुधार करो। जब तक न सफल हो,
नींद चैन को त्यागो तुम,
संघर्ष का मैदान छोड़कर मत भागो तुम ।
कुछ किये बिना ही जय-जयकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
प्रश्न 1. नन्हीं चींटी किस प्रकार सफलता प्राप्त करती है?
उत्तर: नन्हीं चींटी जब दाना लेकर दीवार पर चढ़ती है, तो कई बार फिसलती है, लेकिन वह हार नहीं मानती । चढ़कर गिरना और गिरकर चढ़ना उसका स्वभाव बन जाता है। अंत में निरंतर प्रयत्न करने पर वह दीवार पर चढ़ने में सफल हो जाती है।
प्रश्न 2. कवि ने असफलता को चुनौती मानने की सलाह क्यों दी?
उत्तर: असफलता को चुनौती के रूप में स्वीकार करने से उस प्रयत्न में कमी को देखकर सुधार किया जा सकता है, जिससे सफलता की प्राप्ति होगी।
प्रश्न 3. मनुष्य को कब तक प्रयत्न करना चाहिए?
उत्तर: मनुष्य को अपनी नींद और चैन को छोड़कर निरंतर संघर्ष करते रहना चाहिए, जब तक उसे सफलता प्राप्त न हो जाए।
प्रश्न 4. कविता का मुख्य भाव क्या है?
उत्तर: कविता का मुख्य भाव सफलता प्राप्त न होने तक निरंतर प्रयत्न करते रहना है।
प्रश्न 5. ‘चींटी’ शब्द का बहुवचन लिखिए।
उत्तर: ‘चींटी’ शब्द का बहुवचन ‘चीटियाँ’ है।
प्रश्न 6. उपर्युक्त काव्यांश में ‘आह्वान’ के लिए कौन-सा शब्द प्रयुक्त हुआ है ?
उत्तर: ‘आह्वान’ के लिए चुनौती शब्द प्रयुक्त हुआ है।
काव्यांश 4
ज्यों निकलकर बादलों की गोद से
थी अभी एक बूँद कुछ आगे बढ़ी।
सोचने फिर-फिर यही जी में लगी,
आह! क्यों घर छोड़कर मैं यों कढ़ी ?
देव!! मेरे भाग्य में क्या है बदा,
मैं बचूँगी या मिलूँगी धूल में?
या जलूँगी फिर अंगारे पर किसी,
चू पहूँगी या कमल के फूल में?
बह गयी उस काल एक ऐसी हवा
वह समुंदर की ओर आई अनमनी ।
एक सुंदर सीप का मुँह था खुला
वह उसी में जा पड़ी मोती बनी।
लोग यों ही हैं झिझकते, सोचते
जबकि उनको छोड़ना पड़ता है घर,
किंतु घर का छोड़ना अक्सर उन्हें
बूँद लौं कुछ और ही देता है कर।
प्रश्न 1. नन्हीं बूँद कहाँ से उत्पन्न हुई है? वह अपने मन में क्या विचार कर रही है?
उत्तर: वर्षा की नन्हीं बूँद बादलों से आई है। वह पृथ्वी पर आते समय अपने मन में विचार कर रही है कि अपना घर छोड़कर वह क्यों निकल आई है।
प्रश्न 2. नन्हीं बूँद को क्या भय है?
उत्तर: नन्हीं बूँद भयभीत है। वह सोच रही है कि पता नहीं उसके भाग्य में क्या है? वह कहाँ गिरेगी? धूल में मिल जाएगी, किसी अंगारे पर गिरेगी या कमल के फूल पर गिरेगी।
प्रश्न 3. बूँद मोती किस प्रकार बन जाती है?
उत्तर: बूँद समुद्र के पास सुंदर सीप के मुँह में जाकर मोती बन जाती है।
4. कविता का उचित शीर्षक दीजिए।
उत्तर: कविता का उचित शीर्षक ‘एक बूँद’ है|
प्रश्न 5. ‘कमल’ शब्द के दो पर्यायवाची लिखिए।
उत्तर: ‘कमल’ के पर्यायवाची शब्द जलज, पंकज हैं।
प्रश्न 6. ‘काल’ शब्द के दो अर्थ लिखिए।
उत्तर: ‘काल’ शब्द के दो अर्थ समय, गति हैं।
काव्यांश 5
तितली तितली ! कहाँ चली हो नंदन-वन की रानी सी ।
वन उपवन में, गिरि कानन में फिरती हो दीवानी सी ।
फूल-फूल पर, अटक अटक कर करती कुछ मनमानी सी पत्ती
पत्ती से कहती कुछ अपनी प्रणय कहानी सी ।
यह मस्ती, इतनी चंचलता किससे अलि!
तुमने पाई ? कहाँ जा रही हो इस निर्जन मंदिर उषा में अलसाई ?
सोते ही सोते मीठी-सी सुधि तुमको किसकी आई ?
जो चल पड़ी जाग तुम झटपट लेते-लेते अँगड़ाई ?
प्रश्न 1. उपरोक्त काव्यांश किसके जीवन पर आधारित है?
उत्तर: उपरोक्त काव्यांश तितली के जीवन पर आधारित है।
प्रश्न 2. तितली पहाड़ों और जंगलों में किसकी तरह घूमती है ?
उत्तर: तितली पहाड़ों और जंगलों में दीवानी की तरह घूमती है।
प्रश्न 3. तितली कहाँ और कैसे मनमानी-सी करती है?
उत्तर: तितली फूलों पर अटक अटक कर मनमानी सी करती है।
प्रश्न 4. कवि को कैसे पता चला कि तितली को किसी की याद आई?
उत्तर: तितली सोकर उठते ही अँगड़ाई लेकर अचानक कहीं चल देती है। इसे देखकर कवि को ऐसा लगता है कि तितली को किसी की याद आई है।
प्रश्न 5. ‘कानन’ शब्द के दो पर्यायवाची शब्द बताइए।
उत्तर: ‘कानन’ के पर्यायवाची शब्द जंगल, वन हैं।
प्रश्न 6. ‘अलि’ के लिए कोई दो अनेकार्थी शब्द लिखिए।
उत्तर: अलि- सखि, भौरा
काव्यांश 6
सुबह-सुबह जब वर्षा आए ।
तब भीगने में मजा आ जाए।
मैं नाचूँगी, मैं खेलूँगी,
पानी में कागज की नाव भी चलाऊँगी।
रिमझिम रिमझिम पानी टप टप,
पानी गिरा बादल से।
माँ ने पकौड़े और समोसे बनाए,
खाने में कितना मजा आए ।
गाड़ी निकालो और चलो सैर पर,
मेगे और मे
सूखे पेड़ धुल गए हैं,
और चारों ओर फूल खिल गए हैं।
बिजली चमके तो डर लगे,
लेकिन जब गरजते बादल से पानी बरसे,
तब सबके चेहरों पर खुशहाली छा जाए।
लो! सब झूम उठे मस्ती में
काश! यह वर्षा रोज ही आए,
और सबको खुशियाँ दे जाए।
प्रश्न 1. इस कविता में कवि ने किस ऋतु का वर्णन किया है?
(क) शरद् ऋतु
(ख) ग्रीष्म ऋतु
(ग) वर्षा ऋतु
(घ) वसंत ऋतु परिवर्तन आ गया?
उत्तर: (ग) वर्षा ऋतु
प्रश्न 2. वर्षा होने पर वातावरण में क्या
(क) सूखे पेड़ धुल गए
(ख) चारों ओर फूल खिल गए
ग) बिजली चमकने लगी
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर: (घ) उपर्युक्त सभी
प्रश्न 3. सुबह – सुबह वर्षा में लोग क्या करते हैं?
(क) वर्षा का आनंद लेते हैं
(ख) वर्षा रुकने की प्रतीक्षा करते हैं।
(ग) पेड़ों को धोते हैं
(घ) गरजते बादलों की आवाज सुनते हैं
उत्तर: (क) वर्षा का आनंद लेते हैं।
प्रश्न 4. लोग वर्षा का आनंद किस प्रकार लेने की कामना करते हैं?
(क) पकौड़े और समोसे खाकर
(ख) चेहरों पर प्रसन्नता लाकर
(ग) नाचकर, खेलकर, नाव चलाकर घूमकर, पकौड़े और समोसे खाकर
(घ) बिजली चमकने से न डरकर
उत्तर: (ग) नाचकर, खेलकर, नाव चलाकर घूमकर, पकौड़े और समोसे खाकर
प्रश्न 5. ‘बिजली’ शब्द का पर्यायवाची है।
(क) कामिनी
(ग) रोशनी
(ख) दामिनी
(घ) प्रकाश
उत्तर: (ख) दामिनी
प्रश्न 6. ‘खुशी’ शब्द व्याकरण की दृष्टि से क्या है?
(क) जातिवाचक संज्ञा
(ख) विशेषण
(ग) फूल और काँटे समान होते हैं
(घ) फूल ईश्वर पर चढ़ाना चाहिए
उत्तर: (ग) भाववाचक संज्ञा
काव्यांश 7
जन्म लेते हैं जगह में एक ही एक ही पौधा उन्हें है
पालता, रात में उन पर चमकता चाँद भी एक ही सी चाँदनी है
डालता। मेघ उन पर है
बरसता एक-सा, एक सी उन पर हवाएँ हैं
बही पर सदा ही यह दिखाता है हमें, ढंग उनके एक से होते नहीं ।
छेदकर काँटा किसी की अँगुलियाँ, फाड़ देता है
किसी का वर वसन प्यार – डूबी तितलियों का पर कतर भौर का है भेद देता श्याम तन ।
फूल लेकर तितलियों को गोद में भौंर को अपना अनूठा रस पिला, निज सुगंधों और निराले रंग से है
सदा देता कली का जी खिला । है
खटकता एक सबकी आँख में दूसरा
है सोहता सुर- शीश पर, किस तरह कुल की बड़ाई काम दे जो किसी में हो बड़प्पन की कसर ।
प्रश्न 1. इस कविता में मुख्य रूप से पौधे के किस भाग की बात कीगई है?
(क) काँटे की
(ख) डालों की
(ग) फूल और काँटों की
(घ) तने की
उत्तर: (ग) फूल और काँटों की
प्रश्न 2. फूल किसे रस पिलाता है?
(क) भौरों को
(ख) कलियों को
(ग) स्वयं को
(घ) चाँद को
उत्तर: (क) भौरों को
प्रश्न 3. काँटे में क्या अवगुण होता है?
(क) चुभता है
(ख) खटकता है
(ग) तितलियों के पर कतरता है।
(घ) कठोर, निर्दयी और निर्भय होता है।
उत्तर: (घ) कठोर, निर्दयी और निर्भय होता है।
प्रश्न 4. प्रस्तुत कविता हमें क्या संदेश देती है?
(क) काँटे पौधों पर नहीं उगने चाहिए
(ख) ऊँचे कुल में जन्म लेने से कुछ नहीं होता
(ग) भाववाचक संज्ञा
(घ) क्रिया-विशेषण
उत्तर: (ख) ऊँचे कुल में जन्म लेने से कुछ नहीं होता
प्रश्न 5. ‘आँख’ शब्द का पर्यायवाची है
(क) कर
(ग) वसन
(ख) शीश
(घ) नयन
उत्तर: (घ) नयन
प्रश्न 6. ‘कुल’ शब्द का एक अर्थ योग है, दूसरा अर्थ है
(क) बड़प्पन
(ख) जोड़ना
(ग) वंश
(घ) ढंग
उत्तर: (ग) वंश
काव्यांश 8
क्या कुटिल व्यंग्य ! दीनता वेदना से अधीर,
आशा से जिनका नाम रात-दिन जपती है,
दिल्ली के वे देवता रोज कहते जाते,
‘कुछ और धरो धीरज, किस्मत अब छपती है। ‘
किस्मतें रोज छप रहीं, मगर जलधार कहाँ ?
प्यासी हरियाली सूख रही है खेतों में,
निर्धन का धन पी रहे लोभ के प्रेत छिपे,
पानी विलीन होता जाता है रेतों में।
हिल रहा देश कुत्सा के जिन आघातों से,
वे नाद तुम्हें ही नहीं सुनाई पड़ते हैं?
निर्माणों के प्रहरियों! तुम्हें ही चोरों के काले
चेहरे क्या नहीं दिखाई पड़ते हैं?
तो होश करो, दिल्ली के देवो, होश करो,
सब दिन तो यह मोहिनी न चलने वाली है,
होती जाती हैं गर्म दिशाओं की साँसें,
मिट्टी फिर कोई आग उगलने वाली है।
प्रश्न 1. गरीबों के प्रति कुटिल व्यंग्य क्या है?
(क) धीरज रखने का अनुरोध
(ख) गरीबों को भाग्य पलटने का आश्वासन देना
(ग) कुछ और काम करने का आग्रह
(घ) वेदना और अधीरता
उत्तर: (ख) गरीबों को भाग्य पलटने का आश्वासन देना
प्रश्न 2. ‘दिल्ली के वे देवता’ कौन हैं?
(क) सरकारी कर्मचारी
(ख) शक्तिशाली शासक
(ग) बड़े व्यापारी
(घ) प्रभावशाली लोग
उत्तर: (ख) शक्तिशाली शासक
प्रश्न 3. निर्माण के प्रहरी अनदेखी करते हैं।
(क) वैभवशाली लोगों की
(ख) दिल्ली के देवों की
(ग) हरे भरे खेतों की
(घ) चोरों और भ्रष्टाचारियों की करतूतों को
उत्तर: (घ) चोरों और भ्रष्टाचारियों की करतूतों को
प्रश्न 4. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है?
(क) सिंचाई के लिए लोगों को जरा सा भी पानी नहीं मिल पाता
(ख) गरीबों तक सभी सुविधाएँ आसानी से पहुँच जाती हैं
(ग) शक्तिशाली लोभी वर्ग निर्धन व शोषित वर्ग के धन पर नजर लगाए रहते हैं
(घ) रेत में बिल्कुल भी खेती नहीं हो पाती
उत्तर: (ग) शक्तिशाली लोभी वर्ग निर्धन व शोषित वर्ग के धन पर नज़र लगाए रहते हैं
प्रश्न 5. काव्यांश में ‘कुत्सा’ का क्या अर्थ है ?
(क) बुरे व निंदित कार्य
(ख) चुगली करना
(ग) कुटिल भावना रखना
(घ) ये सभी
उत्तर: (क) बुरे व निंदित कार्य
प्रश्न 6. कविता के माध्यम से कवि क्या चेतावनी दे रहा है?
(क) गरीबों का मजाक मत बनाओ
(ख) शक्तिशाली शासकों को होश में आने की
(ग) गरीबों का साथ दो
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (ख) शक्तिशाली शासकों को होश में आने की
काव्यांश 9
वैराग्य छोड़ बाँहों की विभा सँभालो की चट्टानों की छाती से दूध निकालो। है
रुकी जहाँ भी धार शिलाएँ तोड़ो, पीयूष चंद्रमाओं को पकड़ निचोड़ो चढ़ तुंग शैल शिखरों पर सोम पियो रे ।
योगियों नहीं, विजयी के सदृश जियो रे ।
छोड़ो मत अपनी आन, सीस कट जाए, मत झुको अनय पर, भले व्योम फट जाए दो बार नहीं यमराज कंठ धरता है मरता है जो एक ही बार मरता है।
तुम स्वयं मरण के मुख पर चरण धरो रे ।
जीना हो तो मरने से नहीं डरो रे ।
स्वातंत्र्य जाति की लगन व्यक्ति की धुन है, बाहरी वस्तु यह नहीं, भीतरी गुण है।
नत हुए बिना जो अशनि घात सहती है, स्वाधीन जगत् में वही जाति रहती है।
वीरत्व छोड़ पर का मत चरण गहो रे ।
प्रश्न 1. कवि भारतीय युवकों को ऐसा जीवन जीने को कहता है, जो
(क) कायरों जैसा न हो
(ख) योगियों जैसा नहीं, पराक्रमी वीरों जैसा हो
(ग) केवल बात करने वाले बुद्धिजीवी जैसा न हो
(घ) व्यर्थ में समय नष्ट न करता हो
उत्तर: (ख) योगियों जैसा नहीं, पराक्रमी वीरों जैसा हो
प्रश्न 2. कवि कहता है कि मनुष्य को उन परिस्थितियों में मृत्यु की चिंता नहीं करनी चाहिए, जब
(क) कोई युद्ध करने पर आमादा हो
(ख) कोई निरीह पशुओं पर अत्याचार कर रहा हो
(ग) कोई असामाजिक कार्य कर रहा हो
(घ) उसकी आन अर्थात् इज्ज़त दाँव पर लगी हो
उत्तर: (घ) उसकी आन अर्थात् इज्जत दाँव पर लगी हो
प्रश्न 3. कवि द्वारा इस कविता को लिखने का कारण हो सकता है।
(क) देश को स्वाधीन कराने के लिए स्वयं का बलिदान करने से भीन चूकना
(ख) देश की समस्याओं से युवाओं को रूबरू कराना
(ग) महिलाओं की इज्ज़त बचाने के लिए गुहार लगाना
(घ) वृद्धों को समाज में उनका उचित स्थान दिलवाना
उत्तर: (क) देश को स्वाधीन कराने के लिए स्वयं का बलिदान करने से भी न चूकना
प्रश्न 4. संसार में कौन-सी जाति स्वाधीन रहती है?
(क) जो तलवारों का सामना करने पर भी हार नहीं मानती
(ख) जो वैराग्य ले लेती है
(ग) जो बुद्धि से काम लेती है।
(घ) जो शक्तिशाली के समक्ष नत हो जाती है।
उत्तर: (क) जो तलवारों का सामना करने पर भी हार नहीं मानती
प्रश्न 5. कविता के मूल भाव से संबंधित कथनों पर विचार कीजिए
- हमें देश की उन्नति के लिए स्वयं का बलिदान करने से भी नहीं चूकना है।
- हमें हर हाल में अपनी भारत माता को पराधीनता की बेड़ियों से मुक्त कराना है।
- यह कविता स्वाधीनता की पृष्ठभूमि में लिखी गई कविता है ।
उपरोक्त कथनों में कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(क) केवल 1
(ख) केवल 2
(ग) 2 और 3
(घ) 1 और 3
उत्तर: (ग) 2 और 3
प्रश्न 6. ‘विजयी’ शब्द का अर्थ है
(क) विजय को छोड़ने वाला
(ख) हार को मानने वाला
(ग) विजय को प्राप्त करने वाला
(घ) पराधीन में रहने वाला
उत्तर: (ग) विजय को प्राप्त करने वाला
काव्यांश 10
जब एक साथ मिलकर खेलते हैं,
एक-दूसरे के दुःख-सुख झेलते हैं;
कभी रूठते हैं, मनाते हैं,
और फिर गले लगकर मुस्कुराते हैं।
जब हम बतियाते हैं – एक हो जाते हैं भाषा
भूषा हमें पास लाते हैं;
पर बिना शब्दों के भी जोड़ते हैं संगीत के स्वर
जिससे होंठ गुनगुनाते हैं, पाँव थिरक जाते हैं।
हम तब भी एक होते हैं,
जब प्रकृति की गोद में होते हैं।
दीन-दुनिया से परे, चैन की नींद सोते हैं।
और सुनहरे सपनों की दुनिया सँजोते हैं।
एक होने का यह भाव बड़ा अजीब है,
इसी भाव में यीशु का यश, अल्लाह का ताबीज़ है।
गुरु की वाणी है, राम नाम का बीज है,
यह परंपरा और संस्कृति की चीज़ है।
प्रश्न 1. संगीत के स्वर बजने पर क्या होता है?
(क) हमें पास लाते हैं
(ख) होंठ गुनगुनाते और पाँव थिरकते हैं
(ग) मन के दरवाज़े खुलते हैं
(घ) कर्त्तव्य के प्रति सजग होते हैं
उत्तर: (ख) होंठ गुनगुनाते और पाँव थिरकते हैं
प्रश्न 2. एक होने का भाव अजीब है, क्योंकि
(क) हम सभी धर्मों का अपमान करते हैं
(ख) हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं
(ग) हम किसी से बात करना पसंद नहीं करते
(घ) हम दीन दुनिया से परे हैं।
उत्तर: (ख) हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं
प्रश्न 3. सबके साथ एकता का भाव रखना हमारे लिए क्या है?
(क) परंपरा
(ख) संस्कृति
(ग) ‘क’ और ‘ख’ दोनों
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (ग) ‘क’ और ‘ख’ दोनों
प्रश्न 4. भूषा का अर्थ है
(क) वेशभूषा
(ख) चारा भूसा
(ग) सजावट
(घ) शोभा
उत्तर: (क) वेशभूषा
प्रश्न 5. दिए गए कथनों पर विचार कीजिए
- हम सब मुस्कुराते हुए एक-साथ सुख-दुःख झेलते हैं।
- हम सब मुस्कुराते हुए एक-दूसरे को गले लगाते हैं।
- हम सब एक-दूसरे से डरते भी हैं।
उपरोक्त कथनों में कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
(क) केवल 1
(ख) केवल 2
(ग) 1 और 2
(घ) 2 और 3
उत्तर: (ग) 1 और 2
प्रश्न 6. ‘सुख’ शब्द का पर्यायवाची है
(क) आनंद
ख) उत्साह
(ग) परित्याग
(घ) दुःख
उत्तर: (क) आनंद