NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 18 राम का वन-गमन Question And Answers
NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 18 राम का वन-गमन पाठ का सार
कैकेयी के कोपभवन की स्थिति
कोपभवन के घटनाक्रम की जानकारी बाहर किसी को नहीं थी। नगरवासी राज्याभिषेक की तैयारी में लगे थे। गुरु वशिष्ठ, महामंत्री सुमंत्र सभी शुभ घड़ी की प्रतीक्षा कर रहे थे। महाराज को बुलाने हेतु गुरु वशिष्ठ ने महामंत्री सुमंत्र को राजभवन भेजा। मंत्री सुमंत्र ने रनिवास में पहुँचकर देखा कि महाराज पलंग पर बीमार अवस्था में पड़े हैं।
कैकेयी के महल में राम का आगमन
कैकेयी ने सुमंत्र को बताया कि महाराज बाहर निकलने से पहले राम से बात करना चाहते हैं। वे अपने मन की बात राम को ही बताएँगे। सुमंत्र ने राम से कहा कि महाराज ने आपको बुलाया है। राम-लक्ष्मण राजसी वस्त्रों में सजे-धजे महल में पहुँचे।
राम ने पिता और माता कैकेयी को प्रणाम किया। राम को देखते ही राजा दशरथ बेहोश हो गए और होश आने पर भी वे कुछ नहीं बोले । कैकेयी ने राम को बताया कि महाराज दशरथ ने मुझे दो बरदान दिए थे। मैंने कल रात उनसे वे दोनों वरदान माँग लिए, जिससे वह पीछे हट रहे हैं। मैं चाहती हूँ कि राज्याभिषेक भरत का हो और तुम चौदह वर्ष के लिए वन में रहो ।
Read and Learn More Class 6 Hindi Question and Answers
राम द्वारा पिता की आज्ञा का पालन करना
राम पिता के वचन को पूरा करने के लिए आज ही वन जाने के लिए तैयार हो गए। कैकेयी के महल से निकलकर राम सीधे अपनी माँ कौशल्या के पास गए। उन्होंने माता कौशल्या को कैकेयी भवन की सारी बातें बताई और अपना निर्णय सुनाया ।
कौशल्या ने उन्हें अनुचित राजाज्ञा न मानने के लिए कहा, पर राम ने इसे पिता की आज्ञा मानकर माता से वन जाने के लिए आशीर्वाद माँगा । कौशल्या ने अपने पुत्र को दसों दिशाओं को जीतने का आशीर्वाद दिया । यह सुनकर लक्ष्मण बहुत क्रोधित हुए। राम ने उन्हें समझाया और वन जाने की तैयारी करने के लिए कहा।
राम का सीता व लक्ष्मण के साथ वन गमन का निर्णय
कौशल्या की इच्छा थी कि राम राजगद्दी छोड़ दें, पर अयोध्या में ही रहें, परंतु राम पिता की आज्ञा टालने को तैयार नहीं हुए। कौशल्या भी राम के साथ वन जाना चाहती थीं, परंतु राम ने मना कर दिया और उन्हें समझाया कि वृद्ध पिता को आपके सहारे की अधिक आवश्यकता है।
कौशल्या के भवन से निकलकर राम, सीता के पास गए और उन्हें सारी बातें बताकर वन जाने के लिए विदा माँगी। सीता उनके साथ वन जाने के लिए तैयार हो गईं। लक्ष्मण भी राम के साथ जाने के लिए तैयार हो गए। राम, सीता और लक्ष्मण वन जाने से पहले पिता का आशीर्वाद लेने गए।
राम, लक्ष्मण और सीता का वन गमन
कैकेयी ने राम, लक्ष्मण और सीता को वल्कल वस्त्र दिए। तीनों ने तपस्वियों का वेश धारण किया तथा राजसी वस्त्र त्याग दिए और सबसे अनुमति लेकर महल से बाहर आ गए। आगे राम, उनके पीछे सीता और फिर लक्ष्मण चल दिए।
महल के बाहर मंत्री सुमंत्र रथ लेकर खड़े थे। पुरुष, महिलाएँ, बूढ़े, बच्चे व वयस्क सभी रो रहे थे। राजा दशरथ तब तक रथ की ओर लगातार देखते रहे, जब तक रथ उनको दिखाई देना बंद नहीं हो गया। इसके पश्चात् वह धरती पर गिर गए। शाम को राम-सीता व लक्ष्मण गंगा के किनारे पहुँचे और श्रृंगवेरपुर गाँव में निषादराज के अतिथि के रूप में उन्होंने रातभर विश्राम किया। अगली सुबह राम ने सुमंत्र को समझाकर वापस अयोध्या भेज दिया।
सुमंत्र का अयोध्या लौटना
सुमंत्र खाली रथ लेकर अयोध्या लौटे, तो सभी लोगों ने उन्हें राम का हाल जानने के लिए घेर लिया। सुमंत्र बिना कुछ बोले राजभवन चले गए और राजा दशरथ को सारी स्थिति से अवगत कराया। राजा को सुमंत्र की बातों से संतोष नहीं हुआ। सुमंत्र की आँखों में आँसू थे। महाराज के सभी प्रश्नों के उत्तर सुमंत्र ने दिए। राजा दशरथ ने राम के वन गमन के छठे दिन प्राण त्याग दिए । महर्षि वशिष्ठ ने मंत्रिपरिषद् से चर्चा करके भरत को तत्काल अयोध्या बुलाने के लिए घुड़सवार दूत भेज दिए तथा उन्हें ( भरत को ) अयोध्या की घटनाओं के बारे में न बताने को कहा।
शब्द
NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 18 राम का वन-गमन बहुविकल्पीय प्रश्न
अभ्यास प्रश्न (बहुविकल्पीय व वर्णनात्मक प्रश्नों सहित)
1. महर्षि ने राजभवन किसको भेजा था?
(क) सुमंत्र को
(ख) सुमंत को
(ग) सैनिकों को
(घ) द्वारपाल को
उत्तर (क) सुमंत्र को
2. रघुकुल की परंपरा में राजा कौन होता है?
(क) पराक्रमी राजा
(ख) वीर राजा की है
(ग) राजा का ज्येष्ठ पुत्र
(घ) दानी राजा
उत्तर (ग) राजा का ज्येष्ठ पुत्र
3. कौशल्या भवन से निकलकर राम किसके पास गए थे?
(क) सीता के पास
(ख) कैकेयी के पास
(ग) दशरथ के पास
(घ) सुमित्रा के पास
उत्तर (क) सीता के पास
4. राम के साथ वन में कौन जाना चाहता था?
(क) कौशल्या
(ख) महर्षि वशिष्ठ
(ग)कैकेयी
(घ)राजा दशरथ
उत्तर (क) कौशल्या
5. सीता के वन जाने से सबसे अधिक क्रोध किसको आया था?
(क) राम को
(ख) राजा दशरथ को
(ग) महर्षि वशिष्ठ को
(घ) लक्ष्मण को
उत्तर (ग) महर्षि वशिष्ठ को
6. राम को वन भेजने पर नगरवासी किसको धिक्कार रहे थे?
(क) भरत को
(ख) कैकेयी को
(ग) सुमित्रा को
(घ) कौशल्या को
उत्तर (ख) कैकेयी को
7. किस नदी के तट पर पहुँचते-पहुँचते वनवासियों को शाम हो गई?
(क) यमुना नदी
(ख) गोमती नदी
(ग) तमसा नदी
(घ) गंगा नदी
उत्तर (ग) तमसा नदी
8. कौन-सी नदी पार करके राम, लक्ष्मण और सीता सई नदी के तट पर पहुँचे?
(क) गंगा नदी
(ख) यमुना नदी
(ग) गोमती नदी
(घ) तमसा नदी
उत्तर (ग) गोमती नदी
9. खाली रथ अयोध्या कौन लेकर आया था?
(क) सुग्रीव
(ख) सुमंत्र
(ग) निषादराज
(घ) विभीषण
उत्तर (ख) सुमंत्र
10. निषादराज गुह ने राम का स्वागत किस गाँव में किया?
(क) प्रयागराज
(ख) पंचवटी
(ग) श्रृंगवेरपुर
(घ) चित्रकूट
उत्तर (ग) श्रृंगवेरपुर
NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 18 राम का वन-गमन रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. ________ ‘के घटनाक्रम की जानकारी किसी को न थी ।
उत्तर कोपभवन के घटनाक्रम की जानकारी किसी को न थी ।
2. ___________ अपनी जिद पर अड़ी रहीं।
उत्तर कैकेयी अपनी जिद पर अड़ी रहीं।
3. राजा दशरथ के मंत्री _________ थे।
उत्तर राजा दशरथ के मंत्री सुमंत्र थे ।
4. राम और लक्ष्मण _______ वस्त्र में थे।
उत्तर राम और लक्ष्मण राजसी वस्त्र में थे ।
5. कैकेयी ने बताया कि दशरथ ने मुझे दो ______ दिए हैं।
उत्तर कैकेयी ने बताया कि दशरथ ने मुझे दो वरदान दिए हैं।
NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 18 राम का वन-गमन अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
1. सुमंत्र कौन थे?
उत्तर सुमंत्र अयोध्या नगरी के महामंत्री थे।
2. कैकेयी की ओर देखकर राजा दशरथ के मुँह से क्या निकला?
उत्तर कैकेयी की ओर देखकर राजा दशरथ के मुँह से केवल ‘धिक्कार’ शब्द निकला।
3. गुरु वशिष्ठ की आँखों में नींद क्यों नहीं थी?
उत्तर गुरु वशिष्ठ की आँखों में नींद इसलिए नहीं थी, क्योंकि वह राम के राज्याभिषेक के लिए उत्साहित थे।
4. महामंत्री सुमंत्र असहज क्यों थे?
उत्तर महामंत्री सुमंत्र असहज इसलिए थे, क्योंकि पिछली शाम से महाराज को किसी ने भी नहीं देखा था।
5. राम को देखते ही कौन बेसुध हो गए?
उत्तर राम को देखते ही राजा दशरथ बेसुध हो गए।
6. राम क्यों नहीं चाहते थे कि सीताजी उनके साथ वन में जाएँ?
उत्तर राम नहीं चाहते थे कि सीताजी उनके साथ वन में जाएँ, क्योंकि सीता महलों में पली थीं। उन्हें वहाँ जंगल के कठिन जीवन का सामना करने में अत्यधिक कठिनाई होगी।
7. अयोध्या की सीमा कहाँ समाप्त हुई? राम ने वहाँ से किस तरफ प्रस्थान किया?
उत्तर अयोध्या नगरी की सीमा सई नदी के पास समाप्त होती थी । वहाँ से राम ने वन क्षेत्र की ओर प्रस्थान किया।
8. तपस्वी वेश में अयोध्या से वन की ओर प्रस्थान करते हुए राम, सीता व लक्ष्मण किस गाँव में पहुँचे?
उत्तर तपस्वी वेश में अयोध्या से वन की ओर प्रस्थान करते हुए राम, सीता व लक्ष्मण सर्वप्रथम गंगा किनारे स्थित श्रृंगवेरपुर गाँव में पहुँचे।
NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 18 राम का वन-गमन लघु उत्तरीय प्रश्न
1. सुमंत्र ने कैकेयी के महल में क्या देखा?
उत्तर पिछली शाम से किसी ने महाराज दशरथ को नहीं देखा था। लोगों को लगा कि वे राज्याभिषेक में व्यस्त हैं। महर्षि ने सुमंत्र को राजभवन भेजा। कैकेयी के महल की सीढ़ियाँ चढ़ते हुए सुमंत्र को अनजान – सा डर लग रहा था। मंत्री सुमंत्र ने देखा कि महाराज पलंग पर बीमार पड़े हैं। वे दीनहीन से लग रहे थे। वे कुछ बोल नहीं रहे थे एवं अर्द्धचेतन अवस्था में थे।
2. अयोध्यावासी रातभर क्यों नहीं सोए?
उत्तर अयोध्यावासी रातभर नहीं सोए, क्योंकि वे अपने प्रिय राम का राज्याभिषेक अगले दिन सुबह होने की बात को सुनकर बहुत उत्साहित थे। वे राम के राज्याभिषेक की तैयारी में लगे हुए थे। महाराज दशरथ कोपभवन में रानी कैकेयी को समझाते हुए अर्द्धचेतन अवस्था में रातभर नहीं सोए । गुरु वशिष्ठ राम के राज्याभिषेक की प्रतीक्षा में नहीं सोए थे। प्रत्येक व्यक्ति शुभ घड़ी की प्रतीक्षा कर रहा था।
3. रानी कैकेयी ने राम को क्या बताया, जो राजा दशरथ स्वयं नहीं कह पा रहे थे?
उत्तर राम के पूछने पर रानी कैकेयी ने बताया, “महाराज दशरथ ने मुझे एक बार दो वरदान दिए थे। मैंने कल रात वही दोनों वर राजा दशरथ से माँगे, जिससे वे पीछे हट रहे हैं। यह शास्त्र सम्मत नहीं है। मैं चाहती हूँ कि राज्याभिषेक भरत का हो और तुम चौदह वर्ष वन में रहो। राजा यही बात तुमसे नहीं कह पा रहे हैं। ”
4. कैकेयी के वरदान की बात सुनकर राम की क्या प्रतिक्रिया हुई?
उत्तर रानी कैकेयी ने जैसे ही राम से राजा दशरथ से वर माँगने की बात कही, तो राम उसे सुनकर संयत (शांत) रहे। उन्होंने दृढतापूर्वक रानी कैकेयी से कहा, “पिता का वचन अवश्य पूरा होगा। भरत को राजगद्दी दी जाएगी और मैं आज ही वन चला जाऊँगा।”
5. आपकी मन की बात न होने पर भी विद्यालय में अध्यापक द्वारा आज्ञापालन के लिए कहने पर आपकी क्या प्रतिक्रिया होगी?
उत्तर विद्यालय में यदि मेरे मन की बात नहीं हुई है फिर भी अध्यापक उसे करने की आज्ञा दे रहे हैं, तो मैं अपने मन की बात को व्यक्त नहीं होने दूंगा। अध्यापक की आज्ञा का पालन अवश्य करूँगा, क्योंकि वे गुरु हैं, बड़े हैं। हमें उनका आदर करना चाहिए।
6. महर्षि वशिष्ठ ने क्रोध में आकर क्या कहा?
उत्तर महर्षि वशिष्ठ ने जब सीता को तपस्विनी के कपड़ों में देखा, तो उन्हें क्रोध आ गया। उन्होंने कहा कि यदि सीता वन में जाएँगी, तो हम सब भी उनके साथ जाएँगे। भरत यहाँ सूनी अयोध्या में राज करेगा। यहाँ कोई पशु-पक्षी भी नहीं होगा।
7. वन जाने से पूर्व जब राम पिता से आशीर्वाद लेने गए, तो उन्होंने क्या कहा?
उत्तर जब राम वन जाने से पूर्व पिता से आशीर्वाद लेने पहुँचे, तो राजा दशरथ ने कहा- -” पुत्र मेरी मति मारी गई है। मैं वचनबद्ध हूँ। ऐसा निर्णय करने के लिए विवश हूँ, पर तुम्हारे ऊपर कोई बंधन नहीं है। मुझे बंदी बनाकर राजपाट सँभालो यह राजसिंहासन तुम्हारा है सिर्फ तुम्हारा।”
8. दशरथ की मृत्यु हो जाने के पश्चात् मंत्रिपरिषद् ने क्या निर्णय लिया?
उत्तर राम के वियोग को सहन न कर पाने के कारण जब राजा दशरथ की मृत्यु हो गई, तब महर्षि वशिष्ठ व मंत्रिपरिषद् की यह राय थी कि राजगद्दी खाली नहीं रहनी चाहिए, क्योंकि राम व लक्ष्मण तो वन में चले गए थे तथा भरत व शत्रुघ्न अपने नाना के घर केकय गए हुए थे। तब घुड़सवार दूत भेजकर तुरंत भरत को अयोध्या बुलाया गया।
9. राम को वनवास देने पर लक्ष्मण की क्या प्रतिक्रिया थी?
उत्तर राम को वनवास दिए जाने से लक्ष्मण सहमत नहीं थे। वे इसे कायरों का जीवन मानते थे। उन्होंने राम से कहा कि आप बाहुबल से अयोध्या का राज सिंहासन छीन लें। मैं देखता हूँ कि कौन विरोध करता है।
NCERT Class 6 Hindi खंड ‘ग’ पूरक पाठ्यपुस्तक बाल रामकथा अध्याय 18 राम का वन-गमन दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1. राम का वन-गमन के विषय में निर्णय सुनकर कौशल्या का क्या मन हुआ?
उत्तर राम ने माता कौशल्या को कैकेयी के दोनों वरदानों से अवगत कराया और स्वयं वन-गमन का निर्णय भी बताया। राम वन जाएँगे यह सुनकर कौशल्या सुध खो बैठीं। उनका मन था कि वे राम को रोक लें। उन्हें वन न जाने दें। राम राजगद्दी छोड़ दें, परंतु वे अयोध्या में ही रहें। इस उद्देश्य से माता कौशल्या ने कहा, “पुत्र राजाज्ञा अनुचित है। उसे मानने की आवश्यकता नहीं है।” राम ने नम्रतापूर्वक उत्तर दिया, “यह पिता की आज्ञा है। आप मुझे आशीर्वाद दें। ”
2. वन-गमन के विषय में राम-लक्ष्मण में क्या संवाद हुए?
उत्तर राम ने माता कौशल्या को जब कैकेयी के वरदान के विषय में बताया, तो लक्ष्मण ने सुना और वे अत्यधिक क्रोधित हो गए। राम ने उन्हें शांत किया। राम ने वन गमन को भाग्यवश आया उलटफेर कहा।
लक्ष्मण इससे बिलकुल सहमत नहीं थे। वे इसे कायरों का जीवन मानते थे। उन्होंने राम से कहा, आप बाहुबल से अयोध्या का राजसिंहासन छीन लो। देखता हूँ कौन विरोध करता है। राम ने उत्तर दिया, “अधर्म का सिंहासन मुझे नहीं चाहिए। मैं वन जाऊँगा और मेरे लिए जैसा राजसिंहासन, वैसा ही वन है। ”
3. राम के वन जाने का समाचार सुनकर नगर तथा महल में क्या प्रतिक्रिया हुई? उन घटनाओं का वर्णन करें।
उत्तर राम के वन जाने का समाचार नगर तथा महल में तेजी से आग की तरह फैल गया। नगरवासी राजा दशरथ व कैकेयी को धिक्कार रहे थे। कुछ समय पूर्व पूरी अयोध्या में खुशी का माहौल था और अब वहाँ चारों तरफ उदासी छा गई थीं। प्रजा के आँसुओं से सड़कें गीली हो गई थीं। सबकी यही इच्छा थी कि राम व सीता वन न जाएँ।
वे उन्हें रोकना चाहते थे, पर बेबस थे। राम-सीता और लक्ष्मण जंगल जाने से पूर्व पिता का आशीर्वाद लेने गए। राम के आने पर दशरथ उठकर बैठ गए और उनसे कहा कि वे विवश हैं, परंतु राम पर कोई विवशता नहीं है। वह चाहते थे कि राम उन्हें बंदी बनाकर राजसिंहासन पर अधिकार कर लें, राम यह सुनकर दुःखी हो गए।
4. राम ने महामंत्री सुमंत्र को रथ तेजी से हाँकने को क्यों कहा?
उत्तर जब राम महल से निकलकर वन के लिए जा रहे थे, तब सुमंत्र रथ लेकर बाहर खड़े थे। राम, लक्ष्मण व सीता रथ से वन की ओर जा रहे थे, तभी नगर के सभी बूढ़े, बच्चे, महिलाएँ व पुरुष रथ के पीछे नंगे पैर दौड़ रहे थे। सभी की आँखों में आँसू थे। यह दृश्य देखकर राम विचलित और भावुक हो गए थे। उनसे यह दृश्य देखा नहीं जा रहा था। कोई भी रथ के पीछे-पीछे दूर तक न भाग सके, इसलिए राम ने महामंत्री सुमंत्र को रथ तेजी से हाँकने को कहा।
5. राम के निवास का दृश्य कैसा था? सुमंत्र के वहाँ आगमन पर क्या प्रतिक्रिया हुई?
उत्तर राम के निवास के सामने काफ़ी भीड़ लगी हुई थी। लक्ष्मण भी वहीं मौजूद थे। चारों ओर काफ़ी चहल-पहल थी। भवन को सजाया गया था। उसकी सुंदरता देखते ही बनती थी। सुमंत्र के वहाँ पहुँचते ही शोर-शराबा काफ़ी बढ़ गया। लोगों ने समझा कि वह राज्याभिषेक के लिए राम को आमंत्रित करने आए हैं। सुमंत्र ने राम को बताया कि राजा दशरथ ने उन्हें बुलाया है।
दोनों राजकुमार राजसी वस्त्रों में सुसज्जित होकर महाराज दशरथ से मिलने गए। अचानक बुलावे का कारण वे दोनों भाई नहीं समझ पा रहे थे दरबार में जनता राम की जय-जयकार में लगी हुई थी।
6. सुमंत्र के राजमहल वापस लौटने पर दशरथ की क्या प्रतिक्रिया हुई?
उत्तर जब सुमंत्र राम, लक्ष्मण व सीता को वन में छोड़ने गए, तब महाराज दशरथ अर्द्धचेतन अवस्था में उनको जाते हुए देख रहे थे। उन्हें एक उम्मीद थी कि शायद वन में एक बार जाकर राम अपने पिता की दीन-हीन अवस्था के बारे में सोचकर वापस अयोध्या लौट आए, परंतु जब उन्होंने सुमंत्र को अकेले ही लौटते हुए देखा, तो वे बेचैन हो उठे, उन्होंने सुमंत्र से पूछा कि राम कहाँ है? सीता कैसी है? लक्ष्मण का क्या समाचार है? वे कहाँ रहते हैं? क्या खाते हैं? ये सब बातें सुनकर सुमंत्र की आँखें नम हो गईं।